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Idea-Pitching-IIC-02

आईडिया पिचिंग प्रतियोगिता के प्रस्ताव के लिए आवेदन प्रारूप

थीम : देश की आदिवासी महिलाओं में उद्यमिता को बढ़ावा।

    दिए गए विषयों में से किसी एक का चुनाव करें।

  • आदिवासी चिकित्सा
  • वन उत्पाद
  • आदिवासी कला और शिल्प
  • जनजातीय पारंपरिक प्रक्रिया और स्वदेशी प्रथाएँ।
  • किसी भी नए विचार की पृष्ठ्भूमि जिसे आप प्रस्तावित करना चाहें या मौजूदा समस्या का समाधान उपलब्ध करना चाहें ( 1000 शब्दों में )
  • उद्देश्यों का परिचय : ( 2 या 3 महत्वपूर्ण उद्देश्यों का परिचय दें जिन्हें स्पष्ट रूम में मापा या मूल्यांकित करने योग्य हो)
  • कार्यप्रणाली का विवरण ( 1000 शब्द में ):
    (आपके दिए गए विचार किस प्रकार आजीविका /आर्थिक विकास सामाजिक चुनौतियों को बदलने में लाभ दायक साबित हो सकते है। निम्नलिखित प्रक्रिया एवं विवरण में प्रस्तुत करें जैसे :फ्लो चार्ट,मॉडल, सर्वे प्रक्रिया इत्यादि। जिनके माध्यम से उद्देश्यों को पूरा किया जा सके।)
  • प्रस्तावित विचार को मापने योग्य बनाने के लिए वयवहारिक समाधान का सुझाव दें।
  • अपने मौलिक विचार को निचे दिए गए लिंक के जरिये भेजें।

Register Now Link

    नियम :

  • देश भर के स्टूडेंट्स आईडिया पिचिंग कांटेस्ट में निबंधित होकर एकल या टीम के तौर पर भाग ले सकते है।
  • एक टीम में 4 से अधिक सदस्य नहीं हो सकते हैं (टीम में 1 महिला और 1 आदिवासी प्रतिनिधित्व अनिवार्य है)
  • मानदंडों के आधार पर चयनित विचारों को 15-20 मिनट का मौका ( अधिकतम स्लाइड में ) प्रतुतीकरण के लिए दिया जायेगा। स्थानीय समस्या का विसिष्ट समाधान प्रतियोगिया के जजों के समक्ष करना होगा। चयनित प्रतिभागियों को प्रतुतीकरण से जुड़ी जानकारी (समय और तारीख़ ) की जानकारी समय पर दे दी जाएगी।
  • विचार मौलिक होने चाहिए।
  • प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाली टीम या प्रतिभागी एक से ज्यादा वर्ग में हिस्सा नहीं ले सकते है।
  • चुनिंदा मौलिक विचारों को यूनिवर्सिटी और विक्की – ट्राईबल वेलफेयर एंड इंटरप्रेनरशिप कौंसिल द्वारा संरक्षित कर आगे बढ़ाया जायेगा।
  • जूरी सभी प्रतियोगियों के प्रवेश का अधिकार सुरक्षित रखता है और किसी भी कारण का खुलासा किए बिना प्रतियोगियों को समाप्त कर सकता है।

चयन प्रक्रिया :
नए विचारों या प्रतिभागियों द्वारा पहचानी गई समस्याओं के समाधान को निम्न मानदंडों पर आंका जाएगा:

1. प्रस्ताव की गुणवत्ता: (25 % )

  1. क्या विचार में कोई शोध किया गया है?
  2. विचार पूर्ण कैसे हुआ है ?

2. प्रभाव: (25 %)

  1. क्या यह मौजूद किसी समस्या का हल है?
  2. संभावित बाजार क्या है? संभावित रूप से कितने लोगों को इसका लाभ मिल सकता है? क्या योजना मापनीय है?
  3. क्या यह दिए गए (पिचिंग) विषय और आदिवासी महिलाओं के बीच स्थायी आजीविका और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य के अनुरूप है।

3. नवोन्मेष : ( 25 %)

  1. क्या यह समस्या का एक नया समाधान है या पूरी तरह से नया विचार है? क्या एक समान उत्पाद / समाधान मौजूद है? क्या इसे भेद करने के लिए कोई अनोखी विशेषताएं हैं?
  2. क्या एक पुराने समाधान (उत्पाद के भीतर) के लिए एक नया दृष्टिकोण है जो पहले से मौजूद है?

4. स्थिरता : ( 25 %)

  1. क्या यह विचार और उत्पाद के लिए दीर्घकालिक दृष्टि है?
  2. क्या इस विचार के पीछे कोई टीम है?
  3. यह ड्राइव शुरू होने के बाद, पूर्ण होने तक कैसे चलेगी?
  4. क्या परियोजना के वित्तपोषण के लिए कोई संभावना है? क्या इसकी पहचान और स्पष्ट रूप से वर्णन किया गया है?

For more details contact:
Kumar Amrendra
Convener, Jharkhand Rai University, Ranchi
Contact: 7368000411

Rashmi Raj
Convener, WICCI
Contact: 7903881604 / 9431579389

best college Ranchi

प्रवासी छात्रों ने राज्य के विश्वविद्यालयों का रुख़ किया।

“Home is the starting place of hope and dreams.” अंग्रेजी की यह कहावत चरितार्थ होती दिख रही है।

राज्य के युवा बड़ी संख्या में अपने घरों की ओर लौट रहे है।ये वही युवा है जो कल तक पढ़ाई और प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए बड़े शहरों की तरफ रुख़ करने से कतराते नहीं थे।

कोविड 19 और लंबे लॉक डाउन ने उन्हें फिर से घरों की तरफ मोड़ दिया है। अपने सपनों को आकार देने के लिए वे राज्य के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में नामांकन के लिए उत्साही नजर आते है।

‘इंडिया मूविंग’ अ ‘हिस्ट्री ऑफ माइग्रेशन’ दुनिया भर में माइग्रेशन को लेकर लिखी गयी चर्चित किताबें में बेस्ट मानी जाती है। प्रवासी मजदूरों की कहानी कहती यह किताब आज के समय में प्रासंगिक है।

प्रवासी मजदूरों के झुंड में एक झुंड उन युवा मस्तिष्कों का भी था जो अपने सपने साकार करने के लिए कोटा,दिल्ली,बैंगलोर और कितने ही सुदूर दक्षिण राज्यों में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने या किसी प्रतिष्ठित कॉलेज में एडमिशन की बाट जोहते ‘अपना टाइम आयेगा’ की सोच के साथ टिके हुए थे।

कोरोना वाइरस और लॉक डाउन सीरीज की आखरी कड़ी 4.0 के बाद सबकुछ सामान्य हो जाएगा यह कहना मुश्किल है।

स्टूडेंट्स की भीड़ और बेहतर भविष्य की तलाश के बीच कुछ सवाल खड़े है-

1. क्या घर से दूर पढ़ना मजबूरी है या फ़ैशन ?
2. राज्य बनने के 19 वर्षों के बाद भी झारखंड युवाओं के उम्मीदों पर क्यों खरा नहीं उतरा।
3. क्या झारखंड सच में तकनीकी शिक्षा के मामले में इतना पिछड़ा है?
4. नए विश्वविद्यालयों की स्थापना और निजी क्षेत्र के बड़े नामी- गिरामी संस्थाओं के बावजूद बाहर जाना वाकई जरूरी है भी या नहीं।
5. गरीब और मध्यम परिवारों के छात्रों के लिए मानक संस्थानों का अभाव है?

इन सारे सवालों जवाब भले हैं तर्कों के आधार पर कसौटियों पर कसे जाये। सच्चाई की तस्वीर थोड़ी धुंधली है और काफी कुछ बाजार के उस अनजाने हाथों की कैद में है जिनके बारे में एक छात्र या एक अभिभावक काफी कुछ नहीं जानता।

पाठ्यक्रम, संस्थान, ब्रांड, कैम्पस

पाठ्यक्रम, संस्थान, ब्रांड, कैम्पस और प्रचार अच्छी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा पर भारी पड़ती है। जो दिखता है वही बिकता है। शिक्षा आज के समय मे इश्तेहार है,बाजार है और पढ़ने वाला छात्र मूकदर्शक है जिसके सामने मेनू में एक से बढ़कर एक ब्रोशर पेश किए जाते है।

अभी अभी 12वीं पास किया हुआ लड़का कितना परिपक्व होगा ? यह पता है इसलिए तो अभिभावक के लिए भी ऑफर है अलग से! खैर

हमारे प्रदेश में आईआईटी और आईआईएम है। एक्सएलआरआई और ज़ेवियर संस्थान है । 1केंद्रीय विश्वविद्यालय, 12 राज्य सरकार के विश्वविद्यालय और 15 निजी विश्वविद्यालयों वाला राज्य अपने छात्रों का प्रवास रोक नहीं पता है?

सरकारी संस्थानों के अलावा निजी संस्थानों ने पिछले कुछ वर्षों में राज्य में शिक्षा का अलख जगाने और माहौल बदलने का काम किया है। बिना सरकारी सहायता के तकनीकी और रोजगार परक शिक्षा के नए पाठ्यक्रम चलाये है।

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प्रवासी छात्रों के मन

कोविड 19 के इस लंबे समय ने एक बार फिर से बदलाव की बयार को तेज किया है, प्रवासी छात्रों के मन राज्य में रहकर पढ़ने और कुछ कर गुजरने का जज्बा देखने को मिल रहा है।

कोटा में रहकर पढ़ाई कर रहे सौरव 2 मई को कोटा से 1100 स्टूडेंट्स को लेकर रांची आने वाली ट्रेन में सवार थे । सौरव ने बातचीत के दौरान बताया ” अब रांची में रहकर ही परीक्षा की तैयारी करूँगा। दुबारा जाना शायद मुमकिन न हो पाये”।

दिल्ली में अपने भाई के साथ यूपीएससी की तैयारी करने वाली रुबीना भी कुछ यही ख्याल रखती है उनके अनुसार” यहाँ रहकर पहले अपने मास्टर्स करूँगी और डिजिटल मोड़ से यूपीएससी की तैयारी शुरू करूँगी लेकिन दुबारा लौटना मुमकिन नहीं लगता , काफी कुछ बदल गया है।

ऐसे कई युवा है जो अब अपना मन बना रहे है राज्य में रहने औऱ राज्य के संस्थानों में ही पढ़ने का। अब जरूरत है इन होनहारों के हाथों को थामने की और उनके संकल्प के साथ अपने संकल्प को जोड़ने की।
* तकनीकी शिक्षा के कई नए आयामों के साथ झारखंड राय विश्वविद्यालय,रांची इग्नाईटेड माइंडस को कह रहा है’ स्टार्ट इट अप’ । विशेष जानकारी के लिए लॉगइन करें –  www.jru.edu.in
कॉल कर सकते है हेल्पलाइन नंबर 18001202546

आलेख:डॉ. प्रशांत जयवर्द्धन

JOBS RANCHI UNIVERSITY

आने वाले समय में इन सेक्टर्स में मिलेंगे जॉब्स।

कोरोना वायरस (कोविड 19) और लॉक डाउन की शृंखला 1.0 से 4.0 तक ने दुनिया को बदल कर रख दिया है।

‘घर पर रहें, सुरक्षित रहें’ स्लोगल ने महामारी फैलने में रोकथाम करने का कार्य किया है। लेकिन जीवन के कई पहलुओं में बड़े बदलाव देखने को मिले है आगे और भी बड़े बदलावों से सामना होगा। एडुकेशन सेक्टर की बात करें तो डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उतरकर काफी हद तक पारंपरिक शिक्षा कंप्यूटर औऱ मोबाइल स्क्रीन पर सिमट कर रहने को मजबूर है।

जॉब्स और न्यू जॉब्स सेक्टर की बात करें तो कुछ नए सेक्टए सामने दिखाई देते है जो आगे भी रोजगार देने वाले साबित होंगे।

जैसे :– अगर आप कानून के छात्र हैं तो साइबर लॉ का स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं। अगर आप बीबीए की पढ़ाई कर रहे हैं तो डिजिटल मार्केटिंग और एनालिटिक्स को स्पेशलाइजेशन के तौर पर ले सकते हैं। इसी तरह अगर आप कंप्यूटर के छात्र हैं तो आप आईओटी, मशीन लर्निंग, एएसपी और एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं।
आने वाले समय में इन सेक्टर्स में मिलेंगे  रोजगार :–

* ऑनलाइन एजुकेशन और लर्निंग ।

आने वाले समय में  गूगल चैनल सेल्स के मि ऑनलाइन ट्यूटोरियल, ई-टेस्टिंग, वोकेशनल और प्रोफेशनल स्टडीज और स्किल डेवलपमेंट में ऑनलाइन एजुकेशन का रोल तेजी से बढ़ेगा। कंटेट प्रोजेक्ट और कंटेट राइटिंग में काफी अवसर हैं।

* वेबलपमेंट डेवलपमेंट

एप वेबलपमेंट के जानकार लोगों की मांग बढ़ने वाली है। मशीन लर्निंग पर कंटेट बना सकने वाले, प्रतियोगी परीक्षाओं, प्रोफेशनल सर्टिफिकेशन के लिए कोर्स चलाने वालों की मांग बढ़ेगी।

* ऑनलाइन हेल्थकेयर- मेडिसिन।

ऑनलाइन हेल्थकेयर औऱ मेडिसिन में मौजूदा समय में  हालात ज्यादा खराब नहीं हैं। पर आने वाले समय में इसमें और बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे।  हेल्थ और वेलनेस एप, डिजिटल हेल्थ प्रोडक्ट्स, जैसे- स्मॉर्ट थर्मामीटर और टेंपरेचर सेंसर में लॉकडाउन पीरियड के बाद भी बूम जारी रहेगा।  आने वाला समय  कंप्यूटर एडेड इन डिजाइन,  पब्लिक हेल्थ से जुड़े कोर्स, कंप्यूटेशनल बायोलॉजी जैसे कोर्स अच्छे हैं।

* ई-कॉमर्स

स्टे होम इकोनॉमी के दौर में ई-कॉमर्स, डिलीवरी, लॉजिस्टिक आदि इंडस्ट्री का तेजी से विकास होगा और नौकरी की संभावनाएं बनेंगी।

* डाटा सर्विलांस और एनालिटिक्स।

कोविड 19 का दौर बीत जाने के बाद एक बार फिर से डाटा को एकत्र करना, उसका इस्तेमाल करना औऱ उसे नियंत्रित करने वालों के लिए नौकरी के अवसर बनेंगे।

BIHAR BOARD RESULT CHECK ONLINE 2020

आज की जायेंगी बिहार बोर्ड 10वीं के परिणामों की घोषणा।

How to Check Bihar Board 10th Result 2020 Online?

बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा परिणाम के इंतजार की घड़िया समाप्त होने वाली हैं। जानकारी के अनुसार कक्षा 10 बिहार बोर्ड रिजल्ट 2020 की घोषणा आज की जाएगी। छात्र आज दोपहर बाद किसी भी समय बिहार मैट्रिक परीक्षा परिणाम 2020 देख पाएंगे। परिणाम के साथ अंक-तालिका देखने के लिए छात्रों की बिहार बोर्ड (बीएसईबी) की ऑफिशियल वेबसाइट, @biharboardonline.bihar.gov.in पर विजिट करना होगा।

इस बाद बिहार बोर्ड को बिहार मैट्रिक रिजल्ट 2020 घोषित करने में देरी हुई है, जिसके पीछे कोविड-19 महामारी रही। बहरहाल, बिहार 10वीं रिजल्ट की घोषणा में छात्रों को बिना किसी उत्कंठा या व्यग्रता के बिहार बोर्ड नतीजों की घोषणा इंतजार करना चाहिए और रिजल्ट अंक तालिका देखने के लिए आवश्यक इंफॉर्मेशन जैसे रोल कोड एवं रोल नंबर पहले से ही लिखकर रखना चाहिए।

10वीं परीक्षा पास करने वाले छात्र 12वीं करने के अलावा डिप्लोमा कोर्सेस को भी चुन सकते है। डिप्लोमा पाठ्यक्रम रोजगारपरक और लाभदायी है । अगर आप सिविल इंजीनियरिंग, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग,माइनिंग इंजीनियरिंग ,ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में अपना भविष्य देखते है तो डिप्लोमा सफलता की पहली सीढ़ी साबित हो सकता है।

10 वीं परीक्षा के परिणाम जानने के लिए विजिट करें:
बिहार बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट
www.biharboard.ac.in

www.biharboardonline.bihar.gov.in

www.biharboardonline.com

10वीं के बाद डिप्लोमा कोर्सेज के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए लॉगिन करें – www.jru.edu.in
या हैल्पलाइन नंबर पर कॉल करके प्राप्त करें जानकारी – 18001202546

Check Bihar Board 10th result 2020 online in 9 easy steps?

Step-wise guide to check and access Bihar 10th Result 2020 online –

Step 1: Visit biharboardonline.bihar.gov.in
Step 2: Click on Link for BSEB Matric Result 2020
Step 3: It will get redirected to a new page
Step 4: On this page enter your exam roll number in first field
Step 5: Enter your exam roll code in the second field
Step 6: Verify and Submit the details
Step 7: Your Bihar 10th Result 2020 will be shown on the screen
Step 8: You can Download scorecard in PDF format
Step 9: You can also take printout

WEBINAR DOS DONTS RANCHI UNIVERSITY

जानिए क्या है वेबिनार और क्यों है खास।

‘webinar’ शब्द ‘web’ और ‘seminar’ का मिश्रण है। दूसरे शब्दों में webinar इंटरनेट पर आयोजित एक कार्यक्रम है जिसमें विशेष रूप से ऑनलाइन दर्शकों की सहभागिता होती है। webinar को दूसरे शब्दों में web event, online seminar, webcast, web lecture और virtual event कहते है।
Covid 19 और Lock Down के समय काल में इंटरनेट ने दुनिया भर के शिक्षकों और छात्रों के लिए विषयवस्तु और पाठ्यसामग्री की जानकारी काफी आसान और सुविधाजनक बना दी है. आपको सिर्फ ज़रूरत है – एक कंप्यूटर और एक इंटरनेट कनेक्शन की और फिर, आप दुनिया भर में लोगों से संपर्क कायम कर सकते हैं।या चर्चा और सेमिनार आयोजित कर सकते हैं। Skype (स्काइप) और Google Duo( गूगल ड्यूओ) जैसे सॉफ्टवेयर व्यक्तिगत उपयोग के लिए अच्छे हैं लेकिन, पेशेवर कार्यक्रमों के लिए कोई बड़ा प्लेटफार्म चाहिए और उस समय वेबिनार का महत्व का पता चलता है। वेबिनार्स का उद्देश्य लाइव प्रेजेंटेशन्स और इंटरैक्टिव मल्टीमीडिया के माध्यम से उपयोगी शिक्षा प्रदान करना है।

एजुकेशन सेक्टर में वेबिनार का महत्व:–

लचीलापन

वेबिनार के लिए घर, किसी कैफे, लाइब्रेरी या जहां भी किसी व्यक्ति को सुविधा हो ऐसे किसी अन्य स्थान से कक्षा में भाग लेने या कक्षा का आयोजन करने की अनुमति देता है।

किफायती कोर्सेज

कॉलेज में नियमित कक्षाओं में अध्ययन के लिए बहुत पैसा खर्च करने की आवश्यकता होती है. जबकि, वेबिनार के माध्यम से कक्षाएं लेने पर हॉस्टल सुविधा पर खर्च, बुनियादी सुविधाओं पर खर्च और ऐसे अनेक खर्चों को रोका जा सकता है. कोई भी छात्र वेबिनार आयोजित करने वाले किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी द्वारा उपलब्ध कराए गए स्टडी मैटिरियल को डाउनलोड भी कर सकता है. कुछ वेबिनार्स के लिए आपको पंजीकरण शुल्क का भुगतान करना पड़ सकता है लेकिन आप नियमित कॉलेज में जितना पैसा खर्च करते हैं, उसकी तुलना में यह शुल्क नाममात्र या काफी कम होता है।अधिकांश वेबिनार्स निशुल्क होते हैं।

बेहतर इंटरेक्शन

वेबिनार छात्रों और प्रोफेसरों के बीच बेहतर इंटरेक्शन या बातचीत करने की सुविधा देता है क्योंकि यह सभी छात्रों को समान स्तर पर लाता है। यह छात्रों को डरे बिना अपने प्रश्न पूछने की सुविधा प्रदान करता है।आप वेबिनार के दौरान अपने प्रश्न बोलकर या लिखकर पूछ सकते हैं या फिर, लाइव सेमिनारखत्म हो जाने के बाद आप ईमेल के माध्यम से अपने प्रश्न पूछ सकते हैं।

सेशन रिकॉर्डिंग प्राप्त करने की सुविधा

कुछ वेबिनार होस्ट या ऑर्गेनाइजर्स अपने सभी उपस्थित मेंबर्स को सेशन की रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध करवाते हैं ताकि मेंबर्स बाद में अपनी सुविधा के अनुसार इस रिकॉर्डिंग से लाभ उठा सकें. यदि आप किन्हीं अपरिहार्य कारणों से कोई सेशन अटेंड नहीं कर पाते हैं तो आप होस्ट से उस सेशन की रिकॉर्डिंग प्राप्त कर सकते हैं।

वेबिनार के लिए उपयोगी सॉफ्टवेयर हैं : –

• गूगल + हैंगआउट्स

• वेबिनार ऑन एयर

• स्काइप

• गो टू वेबिनार

• सिस्को वेबएक्स

• एडोब कनेक्ट

• मेगा मीटिंग

• रेडी टॉक

• एनी मीटिंग

• ऑन स्ट्रीम ।

आलेख :- डॉ. प्रशांत जयवर्द्धन, असिस्टेंट प्रोफेसर , झारखंड राय यूनिवर्सिटी, रांची। डिजिटल सेल।

Workshop Agriculture 18-19 and 20 May

Workshop on : Value Addition and Preservation of Fruits and Vegetables

Workshop on  ” Value Addition and Preservation of Fruits and Vegetables”

SPEAKER:- Dr. Priyadarshani P. Mohapatra, Assistant professor, Central Agricultural University, Imphal

Date:  May 18, 19 and 20  / Time:  4:00 – 6:00 pm

Register Now :- https://tinyurl.com/yaay6pko

Organized by Department of Agriculture, JRU