झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी, रांची में आईआईटी दिल्ली के सहयोग से बुधवार को वर्चुअल लैब पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यशाला का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. पियूष रंजन ने सभी अतिथियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया। स्वागत भाषण करते हुए रजिस्ट्रार डॉ. पियूष रंजन ने सर्वप्रथम आईआईटी दिल्ली, वर्चुअल लैब के रिसोर्स पर्सन और उपस्थित सभी प्रतिभागियों का अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि कोविड -19 ने शिक्षक केंद्रित पढ़ाई को विद्यार्थी केंद्रित कर दिया है। इस बदलाव को ऑनलाइन शिक्षा ने और मजबूती प्रदान किया । एक शिक्षक होने के नाते हमारा दायित्व है कि हम और अभिनव तरीके से छात्रों को क्लासरूम में ज्ञान के नए तरीकों से अवगत करायें। केस स्टडी,इंडक्शन, लाइव डिमॉन्ट्रेशन,सिमुलेशन ये सब छात्र केंद्रित शिक्षा के प्रचलित रूप हो चुके है। उन्होंने वर्चुअल लैब परियोजना और उनके लाभों पर भी प्रकाश डाला।
सीनियर फील्ड इंजीनियर प्रतिक शर्मा ने वर्चुअल लैब के कार्य, महत्व, तकनिकी पक्ष और लाभों से अवगत करते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि “वर्चुअल लैब शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार का एक महत्वकांक्षी कार्यक्रम है जिसे नेशनल मिशन ऑन एजुकेशन आईसीटी के तहत संचालित किया जा रहा है। यह परियोजना देश के बारह प्रतिभागी संस्थानों की एक संयुक्त गतिविधि है जिसमें आईआईटी, दिल्ली समन्वय की भूमिका में है। पहली बार रिमोट एक्सपेरिमेंट में इस तरह की पहल की गई है। वर्चुअल लैब्स परियोजना के तहत, लगभग 700+ वेब-सक्षम प्रयोगों से युक्त 100 से अधिक वर्चुअल लैब्स को रिमोट-ऑपरेशन और देखने के लिए डिज़ाइन किया गया । आईआईटी दिल्ली द्वारा विकसित की गई वर्चुअल लैब का फायदा टेक्निकल के अलावा साइंस इंस्टीट्यूट भी ले सकते हैं। इसका नोडल सेंटर बनने के लिए किसी भी तरह की कोई फीस नहीं है। वर्चुअल लैब के प्रैक्टिकल विद्यार्थी मोबाइल के जरिए भी कर सकते हैं।
कार्यशाला में झारखंड के11शैक्षणिक संस्थानों से 40 से ज्यादा प्रतिभागी शमिल हुए।कार्यक्रम में वर्चुअल लैब के फील्ड इंजीनियर चंदन कुमार और फील्ड इंजीनियर चिराग दे भी उपस्थित थे जिन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित किया।
कार्यक्रम के पहले सत्र में पीपीटी प्रेजेंटेशन के जरिए वर्चुअल लैब की जानकारी दी गई। दूसरे सत्र में युनिवर्सिटी के कंप्यूटर लैब में सभी प्रतिभागियों को प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया। समापन अवसर पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किया गया।
कार्यशाला में मंच संचालन प्रो. अनुराधा शर्मा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन वर्चुअल लैब के नोडल कॉर्डिनेटर प्रो. ओमप्रकाश सत्यम ने किया