सीबीएसइ 12वीं की परीक्षाएं आयोजित की जायेगी या नहीं इस विषय पर अंतिम निर्णय एक जून को लिया जायेगा । सीबीएसइ 12वीं की परीक्षाएं होती है, तो स्कूल्स ही अपने स्टूडेंट्स के लिए इसे संचालित करेंगे ।हो सकता है स्टूडेंट्स को घर से ही परीक्षा देने का विकल्प भी मिले।
इन सारे विकल्पों की जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने वीडियो ट्वीट करके दी है। वीडियो में उन्होंने कहा है कि स्कूल्स ही एग्जाम आयोजित करेगा ।इसके साथ अन्य जानकारी भी साझा की है।उन्होंने कहा कि राज्यों से लिखित सुझाव मांगे गये थे। इसके लिए 25 मई तक का समय दिया गया है। सुझाव आने पर कुछ अहम फैसला लिया जायेगा।
इधर, सीबीएसइ ने सोमवार से 10वीं और 12वीं के छात्रों और अभिभावकों के लिए टेली काउंसेलिंग का 24वां एडिशन शुरू कर दिया है।इसके लिए टोल-फ्री नंबर 1800118004 जारी किया गया है। सीबीएसइ के 83 एक्सपर्ट्स और 24 प्रिंसिपल स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स की काउंसेलिंग करेंगे।
स्टूडेंट्स व अभिभावक सोमवार से शुक्रवार सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं. देशभर के स्कूलों के विशेषज्ञ और सलाहकार जरूरतमंद स्टूडेंट्स व पैरेंट्स की मदद के लिए उपलब्ध रहेंगे।
इससे पहले सीबीएसइ ने दोस्त फॉर लाइफ एप भी स्टूडेंट्स की मनोवैज्ञानिक काउंसेलिंग के लिए लॉन्च किया था, जिसमें दुनिया भर से 83 एक्सपर्ट मौजूद हैं. महामारी और परीक्षाओं को लेकर को लेकर स्टूडेंट्स में तनाव को लेकर आ रही खबरों के बीच सीबीएसइ की ओर से यह पहल की गयी है।
12वीं की परीक्षा को लेकर रक्षा मंत्री राज नाथ सिंह की अध्यक्षता में आयोजित देश भर के मुख्यमंत्रियों की बैठक में परीक्षा आयोजित करने के विकल्पों पर राज्यों को ही लेने का अधिकार दिया गया है। राज्यों से सुझाव भी मांगे गए हैं।जबकि दिल्ली और महाराष्ट्र ने किसी भी प्रकार की परीक्षा आयोजन को लेकर साफ इनकार कर दिया है।
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने अपने आवासीय कार्यालय से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय) द्वारा सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षा, प्रोफेशनल कोर्सेज एवं एंड एंट्रेंस परीक्षाओं के आयोजन को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक को संबोधित करते हुए अपने सुझाव में कहा है कि आज हम सभी लोग एक अहम विषय पर चर्चा कर रहे हैं।
युवा पीढ़ी की चिंता करना जरूरी है। केंद्र सरकार द्वारा आगामी परीक्षाओं के आयोजन को लेकर चिंतन किया जा रहा है यह सराहनीय पहल है। बैठक में जो सुझाव मिले हैं इसमें कई सुझाव काफी महत्वपूर्ण है। जैसे परीक्षा के समय को कम करना, सब्जेक्ट में बदलाव, होम सेंटर इत्यादि ये सभी सुझाव निश्चित रूप से काफी चीजों को ध्यान में रखकर दिया गया है।
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षा, प्रोफेशनल कोर्सेज एवं अन्य एंट्रेंस परीक्षाओं के आयोजन को लेकर राज्यवासियों से मैंने भी सुझाव मांगे हैं। ट्विटर तथा सोशल मीडिया के अन्य माध्यमों से अधिकांश लोगों का कहना है कि परीक्षा फिलहाल स्थगित होनी चाहिए। क्योंकि कई बच्चे संक्रमित हुए हैं और वे अभी स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान हालात में अगर परीक्षा आयोजित होती है तो संक्रमण के फैलाव की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। छात्र-छात्राएं बहुत मेन्टल स्ट्रेस से गुजर रहें हैं। ऑनलाइन एग्जाम लेने की भी बात की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कई बच्चों ने कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर के दौरान अपने परिजनों को खोया है। ऐसे बच्चे एवं परिवार इस समय मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। वर्तमान स्थिति में परीक्षा आयोजित करना उचित नहीं होगा। हमसभी को छात्र-छात्राओं के मन की स्थिति को समझने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निरंतर मिल रहे सुझावों का निष्कर्ष निकाला जाये तो फिलहाल परीक्षा नहीं आयोजित करने की बात पर सहमति नजर आ रही है। कुछ लोगों का कहना है अगर परीक्षा आयोजित हुई तो सामाजिक दूरी का पालन नहीं होगा और बच्चे संक्रमित हो सकते हैं। मुख्यमंत्री ने अपनी बातों को रखते हुए सुझाव दिया कि आगामी सभी परीक्षाओं की तारीख कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम अथवा नियंत्रित होने के बाद ही तय की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर के बाद अब धीरे-धीरे गांव की ओर संक्रमण अपना पैर पसार रहा है। वर्तमान समय में विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन लगी हुई है। तत्काल परीक्षाएं आयोजित होने से व्यवस्थाओं पर भी असर पड़ेगा अतएव संक्रमण घटे तभी परीक्षाओं की तारीख निर्धारित की जाए। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने अपने विस्तृत सुझाव लिखित रूप से 2 दिनों के भीतर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय) को प्रेषित किए जाने की बात भी कही।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस बैठक में केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर, गोवा के मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत, उप मुख्यमंत्री दिल्ली, उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, विभिन्न राज्यों के शिक्षा मंत्री, केंद्रीय शिक्षा सचिव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
वहीं मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय रांची से राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त श्री अरुण कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव श्री केके खंडेलवाल सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।