अधिवक्ता परिषद्, झारखण्ड के सौजन्य से राज्य स्तरीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता एनयूएसआर, रांची में आयोजित है। प्रतियोगिता में झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी https://www.jru.edu.in/ के बीए एलएलबी के छात्रों ने उम्दा प्रदर्शन करते हुए 14 टीमों में तीसरा स्थान प्राप्त किया है ।
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ, रांची में आयोजित इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में 27 नवम्बर को झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी बीए एलएलबी फर्स्ट और थर्ड सेमेस्टर के विद्यार्थी शामिल हुए और प्रतियोगिता में हिस्सा लिया।
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विधि की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए मूट कोर्ट गतिविधि में शामिल होना एक उपयोगी कार्य है। देश भर में संचालित विधि महाविद्यालयों और विश्विद्यालयों में मूट कोर्ट गतिविधि विधि शिक्षा के दौरान अनिवार्य प्रायोगिक कार्य के तौर पर शामिल है।
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मूट कोर्ट एक वास्तविक अदालत का अनुकरण करने जैसा ही होता है, जहां विधि के छात्रों को वास्तविक अदालत में होने वाली कार्यवाही को उसी रूप में एक मॉडल की तरह समझाया जाता है, इसमें विधि के छात्र भाग लेते हैं, और वास्तविक अदालत की प्रक्रिया और उसकी गतिविधियों को सीखते हैं। इसमें पार्टियों के बीच एक काल्पनिक विवाद पर काल्पनिक सुनवाई और सबूत पेश किये जाते हैं, जिससे छात्रों को अदालतों की प्रक्रिया प्रयोगात्मक तरीके से समझ में आ सके।
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मूट कोर्ट एक तरह से एक छात्र को एक उचित वकील के रूप में तैयार करता जाता है। यह विधि के छात्रों को व्यवहारिक ज्ञान देने के आधुनिक तरीकों में से एक है, जो उन्हें एक वास्तविक अदालत के समान काल्पनिक स्थिति में डालते हैं, और फिर इसमें एक तरफ की दो पक्ष काल्पनिक मामलों पर बहस करती हैं, और उचित काल्पनिक सबूत और गवाहों को पेश करती हैं। मूट कोर्ट, अब एक सबसे बड़ा और कुशल स्रोत है, जहाँ से विधि के छात्र प्रयोगात्मक रूप में शिक्षा प्राप्त करते हैं, और उन सभी गुणों और कौशलों को आत्मसात करते हैं, जो एक वकील की सर्वोच्च आवश्यकता होती है।
झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी https://www.jru.edu.in/ फैकल्टी ऑफ़ लीगल स्टडीज और राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में रांची के नामकुम प्रखंड के चार गांव में नुक्कड़ नाटक आयोजित किया गया। “क़ानूनी जागरूकता और भारत में महिला अधिकार ” विषय पर आयोजित नुक्कड़ नाटक का उद्देशय ग्रामीण महिलाओं को महिला अधिकार एवं विधि जागरूकता के प्रति जागरूक करना था। नुक्कड़ नाटक नामकुम ब्लॉक के राजा उलातू , महिलौंग, सिदरौल और प्लांडू में आयोजित किये गए। नाटक के मंचन में एनएसएस सेल के स्वयंसेवक और बीए एलएलबी फर्स्ट सेमेस्टर https://www.jru.edu.in/programs/department-of-law/ba-llb/
के विद्यार्थियों ने महत्पूर्ण भूमिका निभाई।
क़ानूनी जागरूकता और भारत में महिला अधिकार विषय को लेकर मंचित नाटक में दहेज़ प्रथा, नारी असमानता, स्त्री पुरुष भेद, घर और कार्यस्थल पर होने वाले भेद भाव और क़ानूनी अधिकार से जुड़े प्रावधानों के विषय में जानकारी प्रदान की गयी।
किसी समसामयिक समस्या या सामाजिक प्रश्न पर लोगों के बीच आम जागरूकता को जन्म देने के लिए नुक्कड़ नाटक एक बेहतरीन माध्यम हैं। नाट्य प्रस्तुती के द्वारा लोगों का ध्यान आकर्षित करना इसका मुख्य उद्देश्य होता हैं ताकि इच्छित सुधार और बदलाव की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित किया जाए। नुक्कड़ नाटक मनोरजन के साथ सामाजिक संदेश लोगों तक पहुचाने का माध्यम है।
नाटक के मंचन के दौरान विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने और समन्वय स्थापित करने में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रो. ओम प्रकाश सत्यम ने महत्पूर्ण भूमिका निभाई। लीगल स्टडीज विभाग https://www.jru.edu.in/educational-edge/facultyjru/faculty-of-law/ की तरफ से डॉ. प्रशांत जयवर्धन, प्रो. प्रेरणा तिवारी और प्रो. रूचि कुमारी उपस्थित रही।
LLB का अंग्रेजी में नाम बैचलर ऑफ लॉ है तथा लैटिन भाषा में “लेगम बेकालयुरेस” एलएलबी का संक्षिप्त नाम है। जो छात्र LLB पूरा कर लेते हैं वह बार काउंसलिंग ऑफ इंडिया (BCI) में स्वयं को पंजीकृत करने के बाद कानून का अभ्यास कर सकते हैं। एलएलबी एक अंडर ग्रेजुएट डिग्री है जिसे कानून नियमों और विनियमों का एक समूह है जिसके अंदर कोई भी समाज या देश चलता है यानी कि संचालित होता है। LLB कोर्स 3 साल का होता है तथा इसे 6 सेमेस्टर में बांटा गया है। किसी भी संकाय में स्नातक डिग्री लेने के बाद एलएलबी 3 साल का कोर्स किया जा सकता है।
झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी, रांची के डिपार्टमेंट ऑफ़ लीगल स्टडीज में 3 वर्षीय एलएलबी और 5 वर्षीय BA LLB पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है । LLB कानून के पढ़ाई की पहली सीढ़ी है, जहाँ से आप कानून सीखना शुरू कर सकते हैं। LLB एक अंडरग्रेजुएट डिग्री कोर्स है। इस कोर्स में लॉ एंड आर्डर की छोटी-बड़ी सभी जानकारियों को सिखाया जाता है।
LLB पाठ्यक्रम:
एलएलबी तीन वर्षीय पाठ्यक्रम है । किसी भी संकाय में स्नातक किया हुआ छात्र इसे कर सकता है । एलएलबी करने के लिए बीए में न्यूनतम 45 % मार्क्स होना आवश्यक है ।
छात्रवृत्ति का लाभ किन विद्यार्थियों को मिलेगा :
झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी, रांची ने LLB कोर्स करने वाले विद्यार्थियों के लिए विशेष छात्रवृति योजना प्रारंभ किया है । अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग के वैसे छात्र जिन्होंने बीए (ग्रेजुएशन) की परीक्षा पास कर ली हो और वे LLB पाठ्यक्रम में नामांकन लेना कहते है लाभ उठा सकते है।
योग्यता :
अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग के वैसे छात्र जिन्होंने बीए (ग्रेजुएशन) की परीक्षा पास कर ली है और उन्हें न्यूनतम 45 % प्राप्त हुआ है वह एलएलबी कोर्स कर सकते है और छात्रवृति भी प्राप्त कर सकते है ।
छात्रवृत्ति कैसे प्राप्त करें :
छात्रवृति का लाभ प्राप्त करने के लिए सर्वप्रथम झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी, रांची के कामड़े कैम्पस या www.jru.edu.in पर लॉग इन कर नामांकन फॉर्म को भरें । ज्यादा जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 1800 120 2546 पर कॉल करें ।