शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, रांची एवं झारखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ,रांची के संयुक्त तत्वावधान में “राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं क्रियान्वयन ” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए राज्यपाल रमेश बैस ने सभी विश्वविद्यालयों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों को गंभीरता पूर्वक लागू करने का निर्देश दिया है। राज्यपाल ने कहा की शिक्षा का शाब्दिक अर्थ सीखना और सिखाना है। उन्होंने विश्वविद्यालयों को स्थानीय भाषा या हिंदी को बढ़ावा देने पर जोर देने को कहा।
संबोधन पूर्व महामहिम राज्यपाल, विशेष अतिथि डॉ.अतुल कोठारी, ट्रिपल आईटी के निदेशक प्रो. विष्णु प्रिये जेयूटी के कुलपति प्रो. विजय कुमार पांडे, झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ. सविता सेंगर, प्रो.विजय कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर संगोष्ठी का उद्घाटन किया।
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संगोष्ठी के उपरांत राज्यपाल सह कुलाधिपति ने कुलपतियों के साथ बैठक कर एनईपी की कार्यान्वयन की दिशा में हो रही प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कहा एनईपी के प्रावधानों के क्रियान्वयन में यदि कोई कठिनाई होती है तो बिना संकोच उनसे संपर्क करें।
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अतुल भाई कोठारी ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्र भारत की यह पहली भारत केंद्रित शिक्षा नीति है। अब हमें यह विचार त्याग देने चाहिए कि अंग्रेजी के बिना शिक्षा का कोई महत्व नहीं है। उन्होंने कहा की एनईपी भारत केंद्रित शिक्षा नीति है जो देश की प्रकृति, परिवेश और संस्कृति को दिशा देगी।
संगोष्ठी स्थल पर विभिन्न विश्विद्यालयों के द्वारा स्टॉल भी लगाया गया था जिसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति से जुड़े कार्यों का प्रदर्शन किया गया था। महामहिम राज्यपाल ने निरीक्षण के दौरान झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी https://www.jru.edu.in/ के स्टॉल पर शिक्षा, सामुदायिक विकास और सामाजिक भागीदारी के अंतर्गत किये जा रहे कार्यों का जायजा लेते हुए विद्यार्थियों के द्वारा किये गए कार्यों की सराहना की।
Low cost cold storage by students of B.Sc Agriculture at Jharkhand Rai University
संगोष्ठी के दूसरे सत्र में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन से जुड़े किये गए कार्यों और विभिन्न विश्वविद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर किये जा रहे उत्कृष्ट कार्यों पर सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और प्रतिनिधियों के द्वारा पीपीटी प्रस्तुति दी गयी।
संगोष्ठी का संचालन झारखंड राय यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ. पीयूष रंजन ने किया।