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झारखंड राय यूनिवर्सिटी की एलएलबी छात्रा को सीएस परीक्षा में देश में 5वां रैंक

झारखंड राय विश्वविद्यालय, रांची से एल एल बी (LLB) कर रही जैस्मिन ने सीएस की परीक्षा में देश भर में पांचवा रैंक हासिल कर विश्वविद्यालय और शहर का नाम रौशन किया है। रांची के गोविंद नगर रातू की रहने वाली जैस्मिन ज्योति ने सीएस प्रोफेशनल परीक्षा में ऑल इंडिया में पांचवा रैंक प्राप्त किया है। यह उनका दूसरा प्रयास था। जैस्मिन प्रोफेशनल एग्जाम और एग्जिक्यूटिव लेवल की परीक्षा दोनों ग्रुप को एक ही बार में क्वालीफाई किया है।

जैस्मिन की सफलता पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. (डॉ.) सविता सेंगर ने अपने बधाई संदेश में उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा है कि “आपका भविष्य आपकी कल्पना से कहीं अधिक उज्जवल हो, और आप वह सब कुछ हासिल करें जो आपका दिल चाहता है।“

झारखंड राय विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. पीयूष रंजन ने भी विधि छात्रा को अपनी ओर से शुभकामना देते हुए कहा ” आपकी यात्रा अभी शुरू हुई है, और मुझे विश्वास है कि भविष्य आपके लिए असाधारण सफलता और असीमित खुशियाँ लेकर आएगा।“

जैस्मिन की सफलता से विश्वविद्यालय के विधि संकाय में भी हर्ष और ख़ुशी का माहौल है। संकाय शिक्षकों ने भी जैस्मिन के उन्नत भविष्य की कामना करते हुए ढेरों शुभकामनाएं दी हैं।

एलएलबी के बाद हैं कई टॉप करियर ऑप्शन
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डीपीएस रांची से 12वीं करने और फिर रांची के संत जेवियर्स कॉलेज से बी कॉम ऑनर्स करने के दौरान ही जैस्मिन ने कंपनी सचिव (CS) परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। सीएस की तैयारी के दौरान जैस्मिन को लॉ सब्जेक्ट के महत्व का पता चला। जैस्मिन का कहना है कि ” सीएस की तैयारी के दौरान टीचर बताते रहते थे कि लॉ की डिग्री इस प्रोफेशन में काफ़ी इंपॉर्टेंस रखती है। सीएस को लॉ के हर फील्ड की जानकारी होना जरूरी भी है। इसके बाद मैंने एल एल बी करने का फैसला लिया। लॉ करने के लिए मैंने झारखंड राय विश्वविद्यालय रांची का फैकल्टी ऑफ लीगल स्टडीज का चयन किया क्योंकि वर्किंग प्रोफेशनल्स की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यहां अलग से व्यवस्था की गई है। अभी मैं एलएलबी फोर्थ सेमेस्टर की स्टूडेंट हूं। वर्ष 2025 में मेरी लॉ की डिग्री भी पूरी हो जायेगी।“

बीए एलएलबी कोर्स करने के अपने है फायदे
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अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि आज मैं बहुत खुश हूं। सीएस की परीक्षा पास करने के लिए मैंने प्रतिदिन 18-18 घंटे की पढ़ाई की है । इसमें 16 घंटे की पढ़ाई और 2 घंटा का ओपन बुक प्रैक्टिस शामिल है। साल 2020 में फाउंडेशन कोर्स के लिए मैंने रजिस्ट्रेशन करवाया था, उसके बाद 2023 में इसे क्लियर भी कर लिया। इस दौरान एक बार असफलता भी हाथ लगी लेकिन उनके माता-पिता ने मेरा हौसला बढ़ाया हौसला बढ़ाया और फिर और फिर पूरी लगन के साथ तैयारी करते हुए मुझे यह मुकाम मिला है। जैस्मिन ने युवा पीढ़ी को अपना सन्देश देते हुए कहा की फेल होने से डरे नहीं। बल्कि अगली बार दुगनी मेहनत के साथ अपना लक्ष्य पूरा करें।

आईसीएसआई परीक्षा भारत के कुछ कठिन परीक्षाओं में शामिल है। इस परीक्षा में रिजल्ट का प्रतिशत भी बहुत कम होता है। सीएस की परीक्षा 21 से 30 दिसंबर 2023 तक चली थी। 25 फरवरी को इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरी ऑफ इंडिया (ICSI) वर्ष 2023 की परीक्षा का परिणाम जारी किया गया।