llm ka full form

एलएलएम (LLM) का फुल फॉर्म क्या है? एलएलएम करने के फायदे क्या हैं?

एलएलएम (LLM) का फुल फॉर्म क्या है? 

एलएलएम का फुल फॉर्म है मास्टर ऑफ़ लेजिस्लेटिव लॉ.
LLM को मास्टर्स ऑफ लॉ या लैटिन लेगम मैजिस्टर के रूप में भी जाना जाता है।

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ललम करने के फायदे क्या हैं? LLM कोर्स के बाद जॉब प्रोफाइल्स
एलएलएम (LLM) करने के बाद आपको विशेष प्रोफाइल के जॉब्स उपलब्ध होते हैं
LLM कोर्स के बाद मिलने वाली जॉब प्रोफाइल्स इस प्रकार हैं

  • सॉलिसिटर
  • मजिस्ट्रेट
  • महान्यायवादी
  • जिला एवं सत्र न्यायाधीश
  • कानून विशेषज्ञ
  • लॉ रिपोर्टर
  • क़ानूनी सलाहकार
  • ट्रस्टी
  • नोटरी
  • वकील
  • सार्वजानिक अभियोक्ता
  • मुंसिफ (उप-मजिस्ट्रेट)
  • शिक्षक और व्याख्याता

एलएलएम कितने साल का होता है?
यह (LLM) दो साल का प्रोग्राम है.
यह डिग्री उम्मीदवारों को एक विशिष्ट क्षेत्र पर स्पेशलाइजेशन प्रदान करती है जैसे क्रिमिनल लॉ, एनवायरनमेंटल लॉ, कॉरपोरेट लॉ, ह्यूमन राइट्स लॉ, साइबर लॉ आदि।

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एलएलएम के क्या specialization होते हैं?
यहां एलएलएम स्पेशलाइजेशन (LLM specialisation) की सूची दी गई है (LLM specialization list)

  • एनवायरनमेंटल लॉ
  • कॉरपोरेट लॉ
  • इंटेलेकुलेट प्रॉपर्टी लॉ (आईपीआर)
  • ह्यूमन राइट्स लॉ
  • क्रिमिनल लॉ
  • कांस्टीट्यूशन लॉ
  • मैरीटाइम लॉ
  • साइबर लॉ
  • प्राइवेट एंड पब्लिक इंटरनेशनल लॉ
  • फैमिली लॉ
  • लेबर लॉ एंड एंप्लॉयमेंट लॉ
  • ट्रांसनेशनल लॉ
  • बिज़नेस लॉ

एलएलएम क्यों करें? LLM kya hota hai?

  • LLB के बाद LLM उन लोगों के लिए है जो अपने लॉ करियर में एक सब्जेक्ट स्पेशलिस्ट बनना चाहते हैं.
  • आपने ये जरूर सुना होगा, या ऐसे लॉयर्स से मिले होंगे जिनको की एनवायर्नमेंटल लॉयर, या फिर आज कल साइबर लॉयर या फिर क्रिमिनल लॉयर, या कॉर्पोरेट लॉयर्स कहा जाता है.
  • इस प्रकार के लॉ स्पेशलिस्ट्स (कॉर्पोरेट लॉयर्स) अक्सर बड़े बड़े मल्टी नेशनल कम्पनीज में काम करते हैं.
  • एलएलएम जैसी डिग्री आमतौर पर उन लोगों द्वारा किया जाता है जो कानून के दायरे में विस्तार करना चाहते हैं और इसकी पेचीदगियों को समझते हैं।

एलएलएम के लिये योग्यता (LLM Karne Ke Liye Qualification)

  • इसे करने के लिए आपके पास LLB होनी चहिये। इसके साथ ही LLB में कम से कम 45% से ज्यादा मार्क्स होना चाहिए, तभी आप इस मास्टर कोर्स को कर सकते हैं।
  • कुछ यूनिवर्सिटी ऐसा मांग करती है, की आपका मार्क्स 50 से 55% से ऊपर रहेगा, तभी आपको एलएलएम में Admission मिलेगा। तो अगर आप LLM किसी प्रसिद्ध कॉलेज से करना चाहते है, तो आपके पास कम से कम LLB में 55% या उससे ज्यादा मार्क्स होने चहिये।