एलएलएम कोर्स की संक्षिप्त जानकारी :
LLM जिसका पूरा नाम मास्टर ऑफ़ लॉज़ है कानून में स्नातकोत्तर डिग्री है। इसे कानून के विशिष्ट क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल करने करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह कोर्स कानूनी सिद्धांतों की गहन समझ विकसित सहायक है साथ ही शोध और विश्लेषणात्मक कौशल को बढ़ावा देता है। एलएलएम करने के लिए बी ए एलएलबी अथवा एलएलबी होना आवश्यक शर्त है।
एलएलएम (LLM) का फुल फॉर्म क्या है?
एलएलएम का फुल फॉर्म है मास्टर ऑफ़ लेजिस्लेटिव लॉ. LLM को मास्टर्स ऑफ लॉ या लैटिन लेगम मैजिस्टर के रूप में भी जाना जाता है। इसे सफलतापूर्वक पूरा करने पर आपको विशेष प्रोफाइल के जॉब्स उपलब्ध होते हैं।
एलएलएम कितने साल का होता है?
एलएलएम कोर्स के बारे में अब तक जानकारी यही है की यह 2 वर्षीय पाठ्यक्रम है। लेकिन राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने कानून की पढ़ाई और इस कोर्स में बदलाव को लेकर कई सुझाव दिया है। एनइपी 2020के सुझावों पर अमल करते हुए देश के कई प्रतिष्ठित कॉलेजों और विश्वविद्यालयों ने अपने यहाँ 1 वर्षके एलएलएम कोर्स को प्रारम्भ किया है। झारखंड राय विश्वविद्यालय , रांची के फैकल्टी ऑफ़ लीगल स्टडीज में सफलतापूर्वक संचालित हो रहे बी ए एलएलबी और एलएलबी कोर्स के बाद अब 1 वर्षीय एलएलएम कोर्स प्रारम्भकिया गया है।
क्या आप 1 साल में एलएलएम करना चाहते हैं?
यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है अगर आप पहले से ही कानून की बुनियादी समझ रखते हैं और किसी विशिष्ट क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं तो यह आपके लिए बढ़िया विकल्प है।
1 साल के एलएलएम से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी :
- यह कोर्स एक साल में पूरा किया जा सकता है और यह उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो पहले से ही एलएलबी की डिग्री धारक हैं।
- आप किसी विशेष कानूनी क्षेत्र जैसे कि कॉर्पोरेट कानून, अंतरराष्ट्रीय कानून, या मानवाधिकार कानून में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं।
- इस कोर्स के पूरा होने के बाद आप विभिन्न प्रकार के कानूनी करियर में प्रवेश कर सकते हैं।
1 साल का एलएलएम करने के फायदे :
- समय की बचत: यदि आप जल्दी से किसी विशिष्ट क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं, तो यह एक अच्छा विकल्प है।
- कॉस्ट-इफेक्टिव: आमतौर पर दो साल के एलएलएम कोर्स की तुलना में यह कोर्स कम खर्चीला होता है।
- करियर में तेजी: यह आपको अपने करियर में तेजी से आगे बढ़ने में मदद कर सकता है।
1 साल का एलएलएम करने के लिए योग्यता:
- एलएलबी: आपके पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री होनी चाहिए।
- अच्छे अंक: अधिकांश विश्वविद्यालयों में न्यूनतम प्रतिशत के साथ एलएलबी पास होना आवश्यक होता है।
1 साल का एलएलएम के बाद करियर अवसर :
- कॉर्पोरेट कानून: आप किसी कंपनी में कानूनी सलाहकार के रूप में काम कर सकते हैं।
- सरकारी नौकरी: आप सरकारी विभागों में वकील या कानूनी अधिकारी के रूप में काम कर सकते हैं।
- अकादमिक करियर: आप किसी विश्वविद्यालय में लेक्चरर या प्रोफेसर बन सकते हैं।
- स्वतंत्र अभ्यास: आप अपना खुद का कानूनी अभ्यास शुरू कर सकते हैं।
1 साल का एलएलएम करने के कई फायदे हैं:
- विशेषज्ञता: आप कानून के किसी एक खास क्षेत्र में गहराई से ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कॉर्पोरेट लॉ, अंतरराष्ट्रीय कानून, या मानवाधिकार।
- करियर के अवसर: एलएलएम करने से आपके करियर के अवसर बढ़ जाते हैं। आप विशेषज्ञ वकील, कानूनी सलाहकार, या शोधकर्ता बन सकते हैं।
- अच्छी नौकरी: एलएलएम करने वालों को आमतौर पर अच्छी नौकरी मिलती है और वे अधिक वेतन पा सकते हैं।
- अनुसंधान: आप कानून के किसी विषय पर गहन शोध कर सकते हैं और अपनी समझ को और बेहतर बना सकते हैं।
- व्यक्तित्व विकास: एलएलएम करने से आपका व्यक्तिगत विकास होता है और आप एक बेहतर कानूनविद बनते हैं।
क्यों करें 1 साल का LLM कोर्स ?
- यदि आप कानून के किसी एक खास क्षेत्र में विशेषज्ञ बनना चाहते हैं।
- यदि आप अपने करियर के अवसरों को बढ़ाना चाहते हैं।
- यदि आप अच्छी नौकरी चाहते हैं।
- यदि आप कानून के बारे में गहराई से जानना चाहते हैं।
एलएलएम करते समय इन बातों का रखें ध्यान ?
- एलएलएम करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आप किस क्षेत्र में विशेषज्ञ बनना चाहते हैं।
- एक अच्छे कॉलेज या विश्वविद्यालय का चुनाव करें। एलएलएम के दौरान मेहनत से पढ़ाई करें।
- 1 साल का एलएलएम करना आपके करियर के लिए एक अच्छा निवेश हो सकता है। यदि आप कानून के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो एलएलएम आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
- अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक को क्लिक करें : https://www.jru.edu.in/programs/department-of-law/llm/