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झारखंड राय विश्वविद्यालय का पांचवा दीक्षांत, 393 को मिली डिग्री, 10 को गोल्ड मेडल एवं 1 को चांसलर मेडल प्रदान किया गया

भारत को 2047 तक कई क्षेत्रों में आत्त्मनिर्भर बनांना है हमें युवाओं से उम्मीद है की भारत को विकसित कर गौरवान्वित करेंगे। आज भारत राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मना रहा है। यह हमलोगों के लिए ख़ुशी की बात है की आज ही के दिन झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी अपना पांचवा दीक्षांत समारोह मना रहा है। आज का दिन डिग्री लेने वाले सभी छात्र छात्राओं को ह्रदय से बधाई देता हूँ और उन्हें विकसित भारत के लिए आधार मानते हुए कड़ी मेहनत करने का आह्वाहन करता हूँ। उक्त बातें शुक्रवार को महामहिम राज्यपाल श्री संतोष गंगवार ने झारखण्ड राय विश्वविद्यालय के पांचवे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कही।

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राज्यपाल ने छात्रों से कहा की जीवन में मार्ग ढूँढना है मंजिल तलाशनी है उपाधि केवल पुरस्कार नहीं बल्कि नयी शुरुवात है आपको समाज राज्य एवं, राष्ट्र को बहुत कुछ देना है और इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी।

विकसित भारत में झारखंड राय यूनिवर्सिटी सक्रिय भूमिका निभा रहा है, यहाँ अध्ययनरत छात्र छात्राओं को केवल शिक्षा ही नहीं बल्कि नवाचार, संस्कार शोध एवं तकनीक प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर भारत के लिए तैयार किया जा रहा है।

विशिष्ट अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने कहा समारोह के संबोधन के दौरान कहा कि दीक्षांत विद्यार्थियों को उत्साह एवं ऊर्जा प्रदान करता है पिछले दो दीक्षांत समारोह समारोह से मैं यहाँ आ रहा हूँ, यहाँ आकार अच्छा लगता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लायी गयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का व्यापक एवं सकारात्मक असर आने वाले दिनों में दिखेगा। भविष्य का भारत इस शिक्षा नीति के तहत उभरकर सामने आएगा। मुझे ख़ुशी है आप जैसे विद्यार्थियों के बल पर भारत आगे बढ़ रहा है । झारखंड की धरती पर झारखंड राय विश्वविद्यालय ने जो शैक्षणिक बीजारोपण किया है वह अब फल देने लगा है। आने वाले दिनों में झारखंड ऐसे विश्वविद्यालय के नाम से ही जाना पहचाना जायेगा।

स्वागत भाषण करते हुए झारखंड राय विश्वविद्यालय की चांसलर डॉ० हरबीन अरोड़ा राय ने कहा की नारी शक्ति से हर कोई जुड़ा हुआ है। हर इंसान की मातृत्व शक्ति नारी शक्ति है। उन्होंने शक्ति के 5 श्रोत पर चर्चा करते हुए कहा की पहली शक्ति श्रुति या ऋचा है जिसे हम ज्ञान कहते हैं। विश्वविद्यालय ज्ञान का केंद्र हैं। दूसरी शक्ति श्री की शक्ति है अर्थात भगवान की शक्ति। श्री की शक्ति शुभ की शक्ति है। यह भी नारी शक्ति है। जैसे श्रुति की शक्ति को अर्जित कर हमें उतरना पड़ता है उसी तरह श्री के भी तीन उप तत्व है ये हैं श्रेष्ठ, श्रेय एवं आश्रय। तीसरी शक्ति है शौर्य की शक्ति है। चतुर्थ शक्ति है शृंगार की शक्ति एवं पांचवी शक्ति है श्रम की। इन सारी शक्तियों को जोड़ने का कार्य नारी शक्ति करती है।

झारखंड राय विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो० (डॉ ०) सविता सेंगर ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा की किसी भी राष्ट्र को दिशा देने में विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर विश्वविद्यालय जीवंत और गुंजायमान होंगे तो हमारा राष्ट्र और सभ्यता भी जीवंत होगा। झारखंड राय विश्वविद्यालय का मानना है शिक्षा का असली उद्देश्य है बेहतर समाज और राष्ट्र के निर्माण के लिए कुशल नागरिक का निर्माण करना ।

हमारा प्रयास है विकसित भारत के सपने को पूरा करने वाले युवाओं को प्रशिक्षित करना , उचित सलाह और समर्थन देकर नए सृजन में योगदान देने के काबिल बनाना। विश्वविद्यालय भविष्य के कार्यबल और नेतृत्व कर्ताओं को तैयार करने का कार्य करता है।

वर्ष 2023 -24 की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कुलपति प्रो ० सेंगर ने बताया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना विकसित भारत का संकल्प 2047 को पूरा करने में देश के 153 विश्वविद्यालय सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं जिनमें झारखंड राय विश्वविद्यालय भी शामिल है। उन्होंने कहा कि [पिछले दो वर्षों में हमने कई उपलब्धियां प्राप्त की है । विश्वविद्यालय का आईईसी सेल पिछले तीन वर्षों से लगातार शीर्ष उपलब्धि हासिल कर रहा है जिसकी सराहना केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने भी की है। विश्वविद्यालय को वर्चुअल लैब उपयोगिता को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2024 में राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों एवं निर्देशों का अनुपालन भी विश्विद्यालय त्वरित गति से कर रहा है। आउट कम बेस्ड एजुकेशन, एकैडमिक बैंक ऑफ़ क्रेडिट, डिजिलॉकर की सुविधा इसी दिशा में उठाये गए महत्वपूर्ण कदम हैं। उन्होंने बताया की वर्ष 2023 -24 में 298 विद्यार्थियों ने स्वयं- मूक्स की परीक्षा में 75 % अंको के साथ सफलता प्राप्त किया है। विश्वविद्यालय के प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं ने देशके कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के पीजी पाठ्यक्रमों में सफलता प्राप्त की है। सीयूईटी , गेट , जी पैट जैसी कई परीक्षाओं में यहाँ के छात्रों ने सफलता विश्वविद्यालय का मान बढ़ाया है।

*10 को गोल्ड मेडल 1 को चांसलर मेडल, 23 शोध छात्रों को मिली पीएचडी की उपाधि*

झारखंड राय विश्वविद्यालय, रांची के पांचवां दीक्षांत समारोह 28 फ़रवरी शुक्रवार को नामकुम परिसर में आयोजित हुआ । पांचवे दीक्षांत समारोह में कुल 393 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गयी । महामहिम संतोष कुमार गंगवार ने 10 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल जबकि 1को चांसलर मेडल प्रदान किया ।

दीक्षांत समारोह में स्नातकोत्तर विषय के 122 विद्यार्थी , स्नातक के 184 , डिप्लोमा पाठ्यक्रम के 87 छात्र शामिल हैं। इसके अलावे 23 शोध छात्रों को पीएचडी एवं 3 को एमटेक इन रिसर्च की डिग्री प्रदान की जाएगी।

*महामहिम राज्यपाल ने शक्ति सूत्र :108 सूत्र किताब का किया लोकार्पण ।*

दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल ने शक्ति सूत्र :108 सूत्र किताब का लोकार्पण भी किया। किताब की लेखक झारखंड राय विश्वविद्यालय की चांसलर डॉ० हरबीन अरोड़ा राय है। पुस्तक में शक्ति के 108 रूपों एवं सूत्रों का वर्णन किया गया है।

*दीक्षांत समारोह में देश- विदेश की नामी हस्तियां हुई शामिल।*

झारखंड राय विश्वविद्यालय, रांची के पांचवे दीक्षांत समारोह में देश विदेश की कई प्रसिद्ध हस्तियां उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर कोस्टा रिका के पूर्व उप राष्ट्रपति एच इ एपसी कैम्पबेल बरर , आईवरी कोस्ट के पूर्व मंत्री एच इ इयू फरासी याओ , पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व सांसद अर्जुन मुंडा, काइनेटिक इंजीनियरिंग लिमिटेड के वाइस चेयरमैन सुलाजा फिरोदिया मोटवानी, पावर्टी एजुकेशन फाउंडेशन मलेशिया के चेयरमैन डाटो हाजी जैनल अबिदीन हाजी सकोम, उपस्थित थे।

दीक्षांत समारोह में देश विदेश की कई गणमान्य हस्तियों के अलावा राज्य के कई विश्वविद्यालयों के कुलपति, कुलसचिव, बुद्धिजीवी एवं समाजसेवी उपस्थित थे।

5th Convocation Ceremony Jharkhand Rai University

5th Convocation Ceremony, Jharkhand Rai University

“Convocation ceremony is not an educational milestone. Rather it is a turning point and a start of a new chapter in the lives of students. This day celebrates the hard work, struggle and commitment of students,” said His Excellency Governor Shri Santosh Gangwar on Friday 28 February, 2025 while addressing the students during the 5th Convocation Ceremony at Jharkhand Rai University, Ranchi.
5th Convocation Ceremony Jharkhand Rai University
His Excellency, Shri. Santosh Gangwar, Hon’ble Governor of Jharkhand & Visitor, Jharkhand Rai University was the Chief Guest & presided over the Convocation.

5th Convocation Ceremony Jharkhand Rai University

Commending the activities of the University, the Governor said that Jharkhand Rai University is playing an active role in developing India. Students studying here are not only given education, but are trained to be innovators. They are being prepared for ‘self-reliant India’.

5th Convocation Ceremony Jharkhand Rai University

“It is a historic moment for students who have worked relentlessly. I congratulate the professors who mentored these students in the right direction,” said the Governor.

5th Convocation ceremony Jharkhand Rai University

Shri. Arjun Munda Ji, Former Minister & Member of Parliament, Govt. of India said that the convocation provides enthusiasm and energy to the students to march forward towards their future.

5th Convocation Ceremony Jharkhand Rai University

The minister added that the positive impact of the National Education Policy 2020 initiated by Prime Minister Narendra Modi is gradually unfolding.  “India will emerge under this education policy.  I am happy that India is moving forward on the strength of students like you. In the coming days, Jharkhand will be known for universities like Jharkhand Rai University, where the seeds of India’s future is being planted,” he said.

5th Convocation Ceremony Jharkhand Rai University

The program was attended by esteemed special guests, including Dr. Epsy Campbell, former Vice President of Costa Rica, and Ms. Euphrasie Kouassi Yao, former Minister of Ivory Coast and UNESCO Chair holder.

5th Convocation ceremony Jharkhand Rai University

While addressing the students, Dr. Harbin Arora Rai, Chancellor of Jharkhand Rai University, said that everyone is connected with women power. The maternity power of every human being is female power. Discussing 5 sources of Shakti, she said that the first power is Shruti or Richa, which we call knowledge and university is the center of knowledge.  The second power is the power of Shri, that is, the power of God. This is also female power. The third power is the power of valor.  The fourth power is the power of decoration and the fifth power of labor.

5th convocation ceremony Jharkhand Rai University

Referring to the achievements of the university, Vice Chancellor of Jharkhand Rai University, Prof. (Dr.) Savita Sengar said that the university plays an important role in giving direction to any nation. If the universities are alive and resonant, then our nation and civilization will also be alive.

5th Convocation ceremony Jharkhand Rai University

Jharkhand Rai University believes that the real purpose of education is to build a skilled citizen for better society and nation, the VC said.

 

The convocation ceremony witnessed the presence of eminent international and national delegates from G100- Group of Global Women Leaders.

During the ceremony, three G100 Global Chairs H.E. Dr. Epsy Campbell Barr, H.E. Ms Euphrasie Kouassi Yao and Ms. Sulajja Firodia Motwani were awarded Honorary Doctorate, Honoris Causa for their excellence in respective fields.

Dr. Epsy Campbell in her acceptance remarks congratulated the graduates and said that I’m here because of “my journey of people who believe in possibilities to build together a better world between us women – men equal rights We need to build a new world, working without borders, by being a global tribe”. She thanked Dr Arora for the incredible movement in the form of G100.

Ms. Euphrasie Kouassi Yao in her acceptance speech appreciated the efforts made by Jharkhand Rai University towards ensuring quality education for all in the state.

Sulajja Firodia Motwani, Vice-chairperson, Kinetic Engineering Limited in her acceptance remarks said that her passion is to work towards green energy and create a better world for the future generations.

The grand academic procession of the Convocation was led by Dr Piyush Ranjan, Registrar, Jharkhand Rai University. Dr Ranjan congratulated the students for turning a new chapter in their lives.

A total of 393 students were awarded degrees at the ceremony. His Excellency Governor Shri Santosh Gangwar conferred the gold medal to 10 students while the Chancellor medal was given to 1.

One hundred twenty two postgraduate students,  184 graduate students, 87 students of diploma courses were awarded degrees and certificates.  Apart from this, 23 research students were awarded PhD and three M.Tech students got their research degrees.

Freshers Day 2024 JRU (12)

झारखंड राय विश्वविद्यालय रांची में फ्रेशर्स का आयोजन

झारखंड राय विश्वविद्यालय,रांची में फ्रेशर्स डे अभिवादन 2024 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विविधत उद्घाटन विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोo डॉo सविता सेंगर , कुलसचिव प्रोo डॉo पीयूष रंजन डीन एक्सटर्नल अफ़ेयर्स प्रो० डॉ ० अशफ़ाक़ आलम, डीन मैनेजमेंट डॉ0 हरमीत कौर, छात्र कल्याण संकाय अध्यक्ष प्रोo सब्यसाची चक्रवर्ती,परीक्षा नियंत्रक डॉo वेद प्रकाश सिंह , डिपुटी रजिस्ट्रार प्रोo श्रद्धा प्रसाद एवं प्रो o अनुराधा शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर सामूहिक रूप से किया। कार्यक्रम का प्रारंभ गणेश वंदना के साथ हुआ । इसके बाद प्रतिभागियों ने कई मनमोहक प्रस्तुतियां दी। जिनमें एकल और ग्रुप डांस, गायन, कविता और वाद्ययंत्रों का समावेश था।

अभिवादन 2024 के दौरान मिस्टर फ्रेशर, मिस फ्रेशर और मिस्टर और मिस वर्सेटाइल का चयन भी किया गया। चयन की प्रक्रिया तीन चरणों में सम्पन्न हुई जिसमें रैंप वॉक और क्वेश्चन आंसर सेशन महत्वपूर्ण था। फ्रेशर्स डे के दरम्यान झारखंड राय विश्वविद्यालय नामकुम रांची में विभिन्न पाठ्यक्रमों में पढ़ाई कर रही कैमरून देश की छात्राओं से अपने पारंपरिक नृत्य और गानों पर ग्रुप डांस की प्रस्तुति करके एक अलग ही समां बांधा। कार्यक्रम के समापन से पहले विजेताओं के नाम का ऐलान किया गया। इस वर्ष के मिस्टर फ्रेशर का खिताब दिया गया बीटेक माइनिंग इंजीनियरिंग के छात्र कुंज कुमार राय को, मिस फ्रेशर चुनी गईं बी फॉर्म की छात्रा खुशी कुमारी वहीं मिस्टर वर्सेटाइल का खिताब मिला बीफार्म के सर्वजीत मुखर्जी जबकि मिस वर्सेटाइल बनी एमसीए की छात्रा रिया मिंज। प्रतियोगिता में सफल विद्यार्थियों को कुलसचिव प्रो o पीयूष रंजन ने मोमेंटो और बुके देकर सम्मानित किया। फ्रेशर्स डे का आयोजन विश्वविद्यालय के कल्चरल क्लब के द्वारा किया गया था। अभिवादन के आयोजन में विद्यार्थियों के साथ शिक्षकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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अतिरिक्त न्यायिक आयुक्त सह विशेष न्यायाधीश पहुंचे झारखंड राय विश्वविद्यालय

झारखंड राय विश्वविद्यालय, रांची के डिपार्टमेंट ऑफ़ लीगल स्टडीज में मंगलववार को निः शुल्क विधिक सेवा केंद्र का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त न्यायिक आयुक्त xv सह विशेष न्यायाधीश एमपी एमएलए एवं विशेष न्यायाधीश एफटीसी ( सीएडब्ल्यू ) व विशेष न्यायाधीश इलेक्ट्रिसिटी अधिनियम रांची अमित शेखर उपस्तिथ थे।उद्घाटन अवसर पर जिला विधिक सेवा के सचिव श्री कमलेश बेहरा भी उपस्थित थे।

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अतिरिक्त न्यायिक आयुक्त सह विशेष न्यायाधीश ने रिबन काट कर निः शुल्क विधिक सेवा केंद्र का उद्घाटन किया।
इसअवसरपरBA LLB एवं LLB के विद्यार्थियों के साथ संवाद करते हुए उन्होंने विधिक सेवा प्राधिकरण एवं विधिक सेवा केंद्र के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी देने का कार्य किया। माननीय न्यायाधीश ने विधि के विद्यार्थियों से संवाद करते हुए विधि के विभिन्न विषयों पर भी जानकारी प्राप्त किया। इस दौरान कहा की विधिक सेवा केंद्र के जरिये विधिक उपचार देने का कार्य विश्वविद्यालय परिसर से ही शुरू किया जाय। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर आम लोगों को विधि के नियमों के प्रति बहुत अधिक जानकारी नहीं होती है ऐसे लोगों को विधिक उपचार इसके माध्यम से उपलब्ध कराना है। इसके लिए आगे आना है।

कार्यक्रम में उपस्तिथ झारखंड राय विश्वविद्यालय रांची की कुलपति प्रो० (डॉ०) सविता सेंगर ने मौके पर विधि के विद्यार्थियों से कहा कि विश्वविद्यालय में विधि शिक्षा के साथ आज विधिक सेवा केंद्र का उद्घाटन हर्ष के साथ सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति एक नया कदम भी है। शैक्षणिक संस्थान के कारण हमारी कुछ सामाजिक जिम्मेदारियां भी है। इनके निर्वहन में केंन्द्र और भी अधिक सहायक साबित होगा।

विधिक सेवा केंद्र के बारे में जाने पूरी जानकारी :
विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 की धारा 29 में प्रदत अधिकारों के तहत एवं धारा 4 के प्रावधानों के अनुसार विधिक सेवा केंद्र विनियमन 2011 बनाया गया है। यह केंद्र कानूनी सहायता देने के लिए हैं। इन केंद्रों का मकसद, समाज के कमज़ोर वर्गों को मुफ़्त या कम पैसे में कानूनी सहायता देना होता है। विधिक सेवा केंद्रों को ‘वन स्टॉप सेन्टर’ की तरह काम करना होता है। इन केंद्रों पर, बच्चे, महिलाएं, दिव्यांग, बंदीजन, और वंचित सभी को न्याय तक पहुंच सुनिश्चित कराई जाती है।

राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) का गठन, कानूनी सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के तहत किया गया था। हर राज्य में, NALSA की नीतियों को लागू करने के लिए राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण गठित है। झारखंड में झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (JHALSA) विधिक सेवा सह सशक्तिकरण के लिए कार्य करती है। जिलों में भी इसका गठन किया गया है जिसे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण DALSA कहते हैं।

विधिक सेवा केंद्रों से जुड़ी कुछ खास बातें

  • विधिक सेवा केंद्र, दीवानी और आपराधिक मामलों में कानूनी सहायता देते हैं.
  • विधिक सेवा केंद्रों में, विधिक साक्षरता शिविरों का आयोजन किया जाता है.
  • विधिक सेवा केंद्रों में, परामर्श और सुलह समझौता केंद्र होते हैं.
  • विधिक सेवा केंद्रों में, पंजी होता है जिसमें हर आने-जाने वाले का नाम-पता, संपर्क नंबर, उद्देश्य, और दी गई विधिक सहायता दर्ज रहती है.
  • विधिक सेवा केंद्रों में, चलंत लोक अदालत और जागरूकता वाहन का भी इस्तेमाल किया जाता है.
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207 यूनिट ब्लड का संग्रह करते हुए झारखंड राय विश्वविद्यालय ने कायम किया नया रिकॉर्ड

झारखंड राय विश्वविद्यालय ने रक्त दान में एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। 27 नवंबर 2024 को रिम्स रांची ब्लड सेंटर और झारखंड राय विश्वविद्यालय के एनएसएस सेल एवं हेल्थ क्लब के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुए रक्त दान शिविर में विश्वविद्यालय ने 207 यूनिट रक्त संग्रह करते हुए एक बेंचमार्क स्थापित किया है। रक्त दान शिविर में उपस्तिथ रिम्स ब्लड सेंटर के सीनियर रेजिडेंट डॉ० चंद्रभूषण ने जानकारी देते हुए बताया कि 207 यूनिट रक्त संग्रह अपने आप में एक रिकॉर्ड है।

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रिम्स रांची ब्लड सेंटर की इंचार्ज डॉ० सुषमा कुमारी (इन ट्रांजिशन ) ने इस सफलता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड राय विश्वविद्यालय का यह प्रयास सराहनीय है। पिछले 9-10 वर्षों से रिम्स रांची और झारखंड राय विश्वविद्यालय, रांची के द्वारा निः शुल्क रक्त दान शिविर का आयोजन किया जा रहा है।

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि रिम्स ब्लड सेंटर को प्रतिदिन 120 से 180 यूनिट ब्लड और कंपोनेंट्स की जरुरत होती है। रक्त संग्रह का कार्य मुख्य रूप से दो तरीकों से किया जाता है। रिप्लेसमेंट डोनेशन और वॉलेंट्री डोनेशन। वॉलेंट्री डोनेशन में झारखंड राय विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।

झारखंड राय विश्वविद्यालय की इस सफलता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो० (डॉ०) सविता सेंगर ने विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, हेल्थ क्लब एवं रक्त दान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों और विश्वविद्यालय कर्मियों की प्रसंशा की है। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि विश्वविद्यालय अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाने में पीछे नहीं है। इस सामाजिक जिम्मेदारी के निर्वाहन में रिम्स ब्लोड्ड बैंक का सहयोग सदैव मिलता रहा है।

झारखंड राय विश्वविद्यालय, रांची के कुल सचिव प्रो० (डॉ०) पीयूष रंजन ने रक्त दान शिविर में सर्वाधिक ररक्त संग्रह पर विचार देते हुए इसे सामूहिक प्रयास का नतीजा बताया। उन्होंने कहा कि रक्त दान सर्वाधिक संतुष्टि प्रदान करने वाला सामाजिक कार्य है क्योंकि इससे लोगों की जान बचायी जाती है। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि इस पुनीत कार्य में युवाओं को आगे आकर और लोगों को भी प्रेरित करने का कार्य करना चाहिए।

207 यूनिट रक्त संगृहीत किये जाने पर ख़ुशी विकट करते हुए डॉ० चंद्र भूषण सीनियर रेजिडेंट रिम्स ब्लड बैंक विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना उन्होंने कहा कि झारखंड राय विश्वविद्यालय रांची के द्वारा पूर्व के वर्षों में भी रक्त दान को बढ़ावा देने के लिए उत्कृष्ट कार्य किया है जिसकी सराहना रिम्स के द्वारा की गयी है। विश्वविद्यालय में रिम्स ब्लड बैंक के सहयोग से यह आयोजित होने वाला यह 9 वां रक्त दान शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर में सर्वाधिक 207 यूनिट रक्त संगृहीत करने का एक नया रिकॉर्ड बनाया गया जो एक लैंडमार्क है।

रक्त दान शिविर के सफल आयोजन में प्रो० रश्मि राज एवं एनएसएस समन्वयक प्रो० ओमप्रकाश सत्यम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

Jharkhand para teachers latest news details in 16 points mandey mein badhotri ka labh

पारा शिक्षकों को मानदेय बढ़ोतरी के 1000 रुपये का लाभ – पूरी जानकारी 16 पॉइंट्स में

झारखंड के पारा शिक्षकों के लिए अच्छी खबर – Latest news in 16 points

  1. पारा शिक्षकों को मानदेय बढ़ोतरी के 1000 रुपये का लाभ मिलना है।
  2. जिन पारा शिक्षकों का यूएएन नंबर (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) जेनरेट कर लिया गया है उन्हें मानदेय जारी किया जाएगा और उससे ईपीएफ की पहली किस्त काटी जाएगी।
  3. बचे पारा शिक्षकों को यूएएन नंबर देने के बाद उनका मानदेय ईपीएफ कटौती के साथ जारी किया जाएगा।
  4. स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग इसकी तैयारी कर रहा है।
  5. राज्य के 58,047 पारा शिक्षकों में अब तक 37,815 पारा शिक्षकों का यूएएन नंबर जेनरेट कर लिया गया है।
  6. शेष पारा शिक्षक बचे रहेंगे जिनका यूएएन नंबर जारी नहीं हो सका है, उन्हें अगले 15 दिनों में यूएएन जेनरेट के बाद ईपीएफ कटौती के साथ राशि का भुगतान किया जाएगा।
  7. झारखंड विधानसभा चुनाव की वजह से यह अभी तक नहीं मिल सका है।
  8. ऐसे में नवंबर या दिसंबर महीने के मानदेय से ही इसका भुगतान हो सकेगा।
  9. मानदेय में बढ़ोतरी का एरियर जोड़कर राशि दी जाएगी।
  10. वर्तमान में टीईटी पास पारा शिक्षकों (छठी से आठवीं) को 23,400 रुपये, टीईटी पास पारा शिक्षकों (पहली से पांचवीं) को 21,800 रुपये मिलते हैं। वहीं, सिर्फ प्रशिक्षित पारा शिक्षकों (छठी से आठवीं) को 18,940 रुपये और सिर्फ प्रशिक्षित पारा शिक्षकों (पहली से पांचवीं) को 17,472 रुपये मानदेय मिलता है।
  11. झारखंड के पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापकों) के नवंबर महीने के मानदेय से ही ईपीएफ की राशि कटेगी।
  12. पारा शिक्षकों के मानदेय से जहां 13 प्रतिशत राशि (1950 रुपये) कटेगी, वहीं सरकार अपनी ओर से 13 फीसदी राशि (1950 रुपये) जमा करेगी।
  13. नवंबर महीने का मानदेय जारी होने पर ईपीएफ की राशि उससे काट ली जाएगी
  14. दिसंबर के दूसरे सप्ताह में पारा शिक्षकों के नवंबर के मानदेय की राशि जारी किये जाने की संभावना है।
  15. जिलों से रिपोर्ट मंगायी जा रही है। इसके आधार पर भुगतान किया जाएगा।
  16. झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने जिलों को सभी पारा शिक्षकों का यूएएन नंबर जेनरेट करके रिपोर्ट देने को कहा  है |

 

बीकॉम क्यों करें? बीकॉम कोर्स से जुड़ी हर जानकारी

बीकॉम क्यों करें? बीकॉम कोर्स से जुड़ी हर जानकारी

बीकॉम पर हिंदी में ब्लॉग: 

बीकॉम: कोर्स, विषय, करियर, सैलरी और बेस्ट स्पेशलाइजेशन

बीकॉम का फुल फॉर्म (B.Com Full Form)

बीकॉम का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ कॉमर्स (Bachelor of Commerce) है। यह एक अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है, जो छात्रों को वाणिज्य (Commerce) और व्यापार (Business) से जुड़ी बुनियादी और व्यावसायिक जानकारी प्रदान करता है।

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बीकॉम क्या होता है? (B.Com Kya Hota Hai)

बीकॉम एक लोकप्रिय कोर्स है जिसे 12वीं पास करने के बाद किया जा सकता है। बीकॉम एक ऐसा कोर्स है जो छात्रों को लेखांकन (Accounting), वित्तीय प्रबंधन (Financial Management), और व्यापारिक कानून (Business Law) जैसी विषयों में निपुणता प्रदान करता है। इस कोर्स के जरिए छात्र कॉर्पोरेट जगत, बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं, और सरकारी नौकरियों के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं।

बीकॉम कितने साल का होता है? (B.Com Kitne Saal Ka Hota Hai)

बीकॉम कोर्स की अवधि तीन वर्ष होती है। यह छह सेमेस्टर में बंटा होता है, और प्रत्येक सेमेस्टर में विभिन्न विषय पढ़ाए जाते हैं।

बीकॉम सब्जेक्ट्स (B.Com Subjects)

बीकॉम में पढ़ाए जाने वाले मुख्य विषय निम्नलिखित हैं:

  1. लेखांकन (Accounting)
  2. व्यापार कानून (Business Law)
  3. वित्तीय प्रबंधन (Financial Management)
  4. अर्थशास्त्र (Economics)
  5. आयकर (Income Tax)
  6. बैंकिंग और बीमा (Banking and Insurance)
  7. सांख्यिकी (Statistics)
  8. ई-कॉमर्स (E-Commerce)
  9. प्रबंधन सिद्धांत (Principles of Management)
  10. कंप्यूटर एप्लिकेशन (Computer Applications)
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बीकॉम फ्रेशर्स को कितनी सैलरी मिलती है? (B.Com Freshers Ko Kitna Salary Milta Hai)

बीकॉम फ्रेशर्स की सैलरी नौकरी की प्रोफाइल और कंपनी पर निर्भर करती है। औसतन एक फ्रेशर को ₹2,50,000 से ₹4,00,000 प्रति वर्ष तक सैलरी मिलती है। कुछ प्रमुख पद और उनकी औसत सैलरी:

बीकॉम के बाद आप इन 10 नौकरियों को कर सकते हैं:

  1. अकाउंटेंट (Accountant)
    कार्य: वित्तीय रिकॉर्ड का प्रबंधन, बजट बनाना और टैक्स रिटर्न तैयार करना।
    औसत सैलरी: ₹2.5-4 लाख/वर्ष।
  2. ऑडिटर (Auditor)
    कार्य: कंपनी के वित्तीय रिकॉर्ड का ऑडिट और जांच करना।
    औसत सैलरी: ₹3-6 लाख/वर्ष।
  3. बैंकिंग प्रोफेशनल (Banking Professional)
    कार्य: बैंक क्लर्क, प्रोबेशनरी ऑफिसर (PO), और रिलेशनशिप मैनेजर जैसे पद।
    औसत सैलरी: ₹3-8 लाख/वर्ष।
  4. फाइनेंशियल एनालिस्ट (Financial Analyst)
    कार्य: वित्तीय डेटा का विश्लेषण और निवेश की सलाह देना।
    औसत सैलरी: ₹4-8 लाख/वर्ष।
  5. कर सलाहकार (Tax Consultant)
    कार्य: टैक्स प्लानिंग और टैक्स फाइलिंग में सहायता करना।
    औसत सैलरी: ₹3-6 लाख/वर्ष।
  6. सेल्स और मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव (Sales & Marketing Executive)
    कार्य: उत्पादों और सेवाओं की बिक्री और मार्केटिंग रणनीतियों पर काम करना।
    औसत सैलरी: ₹2.5-5 लाख/वर्ष।
  7. बिजनेस डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव (Business Development Executive)
    कार्य: नए क्लाइंट्स को जोड़ना और व्यापार के अवसरों को बढ़ाना।
    औसत सैलरी: ₹3-6 लाख/वर्ष।
  8. इंश्योरेंस एडवाइजर (Insurance Advisor)
    कार्य: बीमा पॉलिसी बेचने और ग्राहकों को सही पॉलिसी चुनने में मदद करना।
    औसत सैलरी: ₹3-5 लाख/वर्ष।
  9. ह्यूमन रिसोर्स एग्जीक्यूटिव (HR Executive)
    कार्य: कर्मचारियों की भर्ती, प्रशिक्षण और प्रबंधन।
    औसत सैलरी: ₹3-6 लाख/वर्ष।
  10. स्टॉक मार्केट ट्रेडर/एनालिस्ट (Stock Market Trader/Analyst)
    कार्य: शेयर बाजार का विश्लेषण और निवेश की रणनीति तैयार करना।
    औसत सैलरी: ₹4-8 लाख/वर्ष।

बीकॉम एक ऐसा कोर्स है जो छात्रों को वाणिज्य और व्यापार की दुनिया में एक मजबूत नींव प्रदान करता है। यह कोर्स करियर के लिए कई रास्ते खोलता है, चाहे आप नौकरी करना चाहें या उच्च शिक्षा जैसे एमबीए या सीए की ओर बढ़ना चाहें।

क्या आप बीकॉम से जुड़ी कोई और जानकारी चाहते हैं? Chat with us on – 7033095920

बीकॉम के बाद कौन सा कोर्स करें?

  1. चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA) – यह फाइनेंस और अकाउंटिंग के क्षेत्र में सबसे प्रतिष्ठित कोर्स है। अगर आपकी रुचि अकाउंटिंग, टैक्सेशन और ऑडिटिंग में है तो आप ये कोर्स कर सकते हैं।
  2. मास्टर ऑफ कॉमर्स (M.Com) – यह बीकॉम का अगला चरण है, जिसमें अकाउंटिंग और फाइनेंस पर गहराई से पढ़ाई होती है। अगर आप शिक्षण या रिसर्च में करियर बनाना चाहते हैं तोह एमकॉम आपके लिए सही होगा।
  3. मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) – यह प्रबंधन और नेतृत्व कौशल पर केंद्रित कोर्स है। अगर आप मैनेजमेंट, मार्केटिंग, फाइनेंस या एचआर में करियर बनाना चाहते हैं तो बीकॉम और एमबीए के बाद आपको अच्छे कॉरपोरेट्स में नौकरी मिल जाएगी।
  4. कंपनी सेक्रेटरी (CS) – अगर आपकी रुचि कंपनी के कानूनी मामलों और प्रशासन में है, तो यह कोर्स कॉर्पोरेट लॉ और गवर्नेंस पर केंद्रित है और आपके लिए सही होगा ।
  5. सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (CMA) – अगर आपकी रुचि कोर फाइनेंस सेक्टर में करियर बनाना है, तो यह कोर्स मैनेजमेंट अकाउंटिंग और स्ट्रेटेजिक प्लानिंग पर फोकस करता है। क्या आप कोर्स करने के बाद हैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फाइनेंस में काम कर सकते हैं।
  6. डिजिटल मार्केटिंग कोर्स – इसमें डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करके मार्केटिंग के कौशल सिखाए जाते हैं। ये स्पेशल कोर्स आप कर सकते हैं अगर आपकी रुचि ऑनलाइन मार्केटिंग, सोशल मीडिया और ई-कॉमर्स में है।
  7. बैंकिंग और फाइनेंस डिप्लोमा -अगर आप बैंकिंग क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं तो यह कोर्स बैंकिंग और फाइनेंस से जुड़े कौशल सिखाता है।
  8. डेटा एनालिटिक्स और बिजनेस एनालिटिक्स – ये आज कल का नवीनतम कोर्स है | इसमें डेटा के माध्यम से बिजनेस निर्णय लेने की प्रक्रिया सिखाई जाती है। अगर आपकी रुचि डेटा और तकनीकी क्षेत्र में है तो ये कोर्स एपी जरूर करें।

बीकॉम में सबसे अच्छा स्पेशलाइजेशन कौन सा है? बीकॉम टैक्सेशन सबसे अच्छा कोर्स और स्पेशलाइज़ेशन क्यों है?

बीकॉम टैक्सेशन वाणिज्य के क्षेत्र में एक लोकप्रिय और व्यावहारिक स्पेशलाइज़ेशन है। यह उन छात्रों के लिए खासतौर पर फायदेमंद है जो वित्तीय प्रबंधन, कराधान (Taxation), और लेखा क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं।
भारत में कराधान और लेखा से जुड़े पेशेवरों की हमेशा मांग रहती है। जीएसटी और अन्य कर सुधारों के बाद, टैक्सेशन एक्सपर्ट्स की आवश्यकता और भी बढ़ गई है।

टैक्सेशन स्पेशलाइज़ेशन के तहत, आप निम्नलिखित विषयों पर ज्ञान प्राप्त करते हैं:

  • इनकम टैक्स (Income Tax)
  • जीएसटी (GST)
  • कॉरपोरेट टैक्सेशन (Corporate Taxation)
  • टैक्स प्लानिंग और टैक्स फाइलिंग

बीकॉम टैक्सेशन कोर्स करने के बाद, आप निम्नलिखित क्षेत्रों में काम कर सकते हैं:

  • टैक्स कंसल्टेंसी (Tax Consultancy)
  • अकाउंटिंग और फाइनेंस
  • टैक्स एडवाइजरी फर्म्स
  • इनकम टैक्स विभाग और जीएसटी क्षेत्र

यहां जानें कि बीकॉम टैक्सेशन क्यों एक बेहतरीन विकल्प है?

  • टैक्सेशन का ज्ञान आपको खुद का टैक्स कंसल्टेंसी फर्म शुरू करने का अवसर देता है। यह करियर आपको स्वतंत्र रूप से काम करने का विकल्प देता है।
  • इस कोर्स के बाद सरकारी क्षेत्रों जैसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, कस्टम्स और एक्साइज में काम करने के अवसर मिलते हैं। इसके अलावा, निजी कंपनियों और एमएनसी में भी इनकी मांग है।
  • टैक्सेशन स्पेशलाइजेशन वाले फ्रेशर्स को औसतन ₹3-6 लाख प्रति वर्ष तक का पैकेज मिलता है। अनुभव बढ़ने के साथ सैलरी ₹10 लाख या उससे अधिक हो सकती है।
  • टैक्सेशन विशेषज्ञों को कर सुधारों, अंतरराष्ट्रीय कराधान और कॉर्पोरेट टैक्स से जुड़े नए नियमों के अनुसार खुद को अपडेट करना पड़ता है। इससे उनका करियर हमेशा प्रासंगिक बना रहता है।

बीकॉम टैक्सेशन करने के बाद, आप इन कोर्सेस में भी आगे बढ़ सकते हैं:

  • चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA): टैक्सेशन विशेषज्ञों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प।
  • कंपनी सेक्रेटरी (CS): कॉर्पोरेट टैक्स और गवर्नेंस में करियर के लिए।
  • मास्टर ऑफ कॉमर्स (M.Com): टैक्सेशन और अकाउंटिंग पर गहन अध्ययन के लिए।
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बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी कोर्स कैसे करे? जाने पूरी जानकारी

रेडियोलॉजी चिकित्सा की एक शाखा है जो रोग के निदान और उपचार के लिए विकिरण और इमेजिंग तकनीक का उपयोग करती है। पिछले 20 वर्षों में रेडियोलॉजी का उपयोग और महत्व नाटकीय रूप से और लगातार बढ़ा है। हाल के वर्षों में, रेडियोलॉजिकल प्रक्रियाओं की बढ़ती जटिलता ने मेडिकल रेडियोलॉजी और इमेजिंग तकनीक को एक अत्यधिक विशिष्ट और परिष्कृत विज्ञान बना दिया है।

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रेडियो इमेजिंग तकनीक मानव शरीर के हिस्सों और अंगों की अंदरूनी तस्वीरें प्राप्त करने के लिए उपयोग की जाने वाली विधियों और प्रक्रियाओं का अध्ययन करती है। यह शरीर की सामान्य संरचना के अनुसंधान जैसे चिकित्सीय उद्देश्यों के लिए किया जाता है।

बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी 3 साल का अंडर ग्रेजुएट कोर्स है जिसे 6 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है। इस कोर्स को करने वाले छात्रों को चिकित्सा के क्षेत्र में रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी के ज्ञान से परिचित कराया जाता है।

बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी कोर्स क्या है?
बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी तीन साल का कोर्स है जहां समस्त कोर्स को लगभग 6 सेमेस्टर में बांटा गया है। रेडियोलॉजी एक पैरामेडिकल कोर्स है जो उन छात्रों द्वारा किया जाता है जो विकिरण विधियों का उपयोग करके चिकित्सा उपचार में क्लीनिकल परीक्षणों का अभ्यास करना चाहते हैं। रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग टेक्नोलॉजी एक पैरामेडिकल क्षेत्र है जो मनुष्य के आंतरिक अंगों को प्रभावित करने वाले रोगों के उपचार से संबंधित है। उम्मीदवार इस कोर्स में उपचार के दौरान एक्स-रे का उपयोग करते हैं।

BSc Radiography & Imaging Technology कोर्स क्यों करना चाहिए?
रेडियोलॉजी क्षेत्र स्वास्थ्य सेवा की दुनिया में सबसे विकसित क्षेत्रों में से एक माना जाता है। चिकित्सा क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध हैं और आगे भी तेजी से रोजगार बढ़ने की उम्मीद है। रेडियोलॉजी कोर्स में बीएससी करने के बाद उम्मीदवार अपना क्लिनिक शुरू कर सकते हैं। हालाँकि, उन्हें यह जानना सुनिश्चित करना चाहिए कि आवश्यक इमेजिंग उपकरण महंगे आते हैं इसलिए, अपना स्वयं का क्लिनिक खोलने के लिए महत्वपूर्ण निवेश की आवश्यकता होगी। 2019 तक, भारत में लगभग 10,000 रेडियोलॉजी टेक्नोलॉजिस्ट थे। करीब 136.6 करोड़ की आबादी वाले देश में यह संख्या बहुत कम है। इसलिए, रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी में बीएससी पूरा करने वाले उम्मीदवारों की अधिक संख्या में आवश्यकता है।

बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी में करियर बनाने की बात आती है तो एक और दिलचस्प लाभ में निश्चित काम के घंटे भी शामिल हैं। इस प्रोफेशन पूरे दिन लगे रहने की जरूरत नहीं है।

बीएससी रेडियोलॉजी के लिए न्यूनतम योग्यता :
उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से 12 वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण करनी चाहिए।

भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित या जीव विज्ञान के अनिवार्य विषयों के साथ 12वी स्तर पर न्यूनतम 40 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त करने चाहिए।

बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी कोर्स में अवसर:

  • रेडियोलॉजी में बीएससी करने के बाद, आप अस्पतालों, डायग्नोस्टिक केंद्रों, या विशेष इमेजिंग क्लीनिकों में काम कर सकते हैं. बीएससी रेडियोलॉजी करने के बाद कई करियर विकल्प हैं। जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं :
  • रेडियोलॉजी टेक्नोलॉजिस्ट:
  • रेडियोलॉजिस्ट:
  • एमआरआई तकनीशियन:
  • सीटी स्कैन टेक्नोलॉजिस्ट:
  • अल्ट्रासाउंड तकनीशियन:
  • एक्स-रे तकनीशियन:
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बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी कोर्स से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

चिकित्सा विज्ञान से रेडियोलॉजी को हटा दें तो अधिकांश मामलों को सुलझाना अनुचित रूप से कठिन हो जाएगा। रेडियोलॉजी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, एमआरआई, कंप्यूटेड टोमोग्राफी, पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी आदि जैसी तकनीकों की मदद से रोगों की पहचान और इलाज करने वाला विज्ञान है। रेडियोलॉजी कई बीमारियों, विशेषकर कैंसर के निदान के लिए आवश्यक है। शीघ्र निदान जीवन बचाता है। निदान के बिना कोई इलाज नहीं हो सकता।

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बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी में एडमिशन लेने को लेकर स्टूडेंट्स के मन में कई सवाल होते हैं। सवालों का जवाब यहाँ दिए गए हैं।

प्रश्न 1: बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी क्या है?
उत्तर: बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी एक बैचलर्स कोर्स है जिसमें रेडियोग्राफी और इमेजिंग प्रोसेस के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन किया जाता है। इसके जरिए चिकित्सकीय तस्वीरें बनाने और बीमारियों का पता लगाने में मदद की जाती है।

प्रश्न 2: बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?
उत्तर: बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी के लिए पात्रता मानदंड 12वीं कक्षा में विज्ञान विषय में कम से कम 45 % अंक होने चाहिए।

प्रश्न 3: बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी कोर्स की अवधि क्या होती है?
उत्तर: बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी कोर्स की अवधि आमतौर पर 3 वर्ष होती है।

प्रश्न 4 : बीएससी रेडियोलॉजी या बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी में कौन से विषय हैं?
उत्तर: बीएससी रेडियोलॉजी में चिकित्सा इमेजिंग के सिद्धांत, चिकित्सा जैव रसायन, रेडियोग्राफिक तकनीक, पैरा-क्लिनिक प्रशिक्षण, मानव शरीर रचना, विज्ञान विकिरण भौतिकी जैसे विषय शामिल है।

प्रश्न 5 : बीएससी रेडियोग्राफी में कौन से विषय पढ़ाए जाते हैं?
उत्तर: बीएससी रेडियोग्राफी कोर्स में पढ़ाए जाने वाले कुछ दिलचस्प और लोकप्रिय विषयों में शामिल हैं:

  • विकृति विज्ञान
  • सामान्य रेडियोग्राफी
  • एमआरआई
  • सीटी स्कैन
  • अल्ट्रासाउंड

प्रश्न 6 : बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी से संबंधित कौन-कौन सी नौकरियां मिल सकती हैं?
उत्तर: बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी के उपरांत आप अस्पतालों, चिकित्सा संस्थानों, डायग्नोस्टिक सेंटरों, रेडियोलॉजी लैब, फिजियोथेरेपी सेंटर और और चिकित्सकीय इमेजिंग सेंटरों में रेडियोग्राफर और इमेजिंग टेक्नोलॉजिस्ट के पदों पर नौकरी पा सकते हैं।

प्रश्न 7: बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी के बाद आगे कौन से कोर्सेज कर सकते हैं?
उत्तर: बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी के बाद आप विशेष रेडियोलॉजी या डायग्नोस्टिक इमेजिंग विषय में MSc या अन्य संबंधित पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेज कर सकते हैं। इसके अलावा आप अन्य चिकित्सकीय विषयों में भी विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं।

B.Sc Radiology will teach you these 32 skills and more

B.Sc Radiology course will teach you these 32 skills and more

B.Sc Radiology course – What will you learn in this program?

After the completion of your radiology course, you will be able to execute several tests, scanning and diagnostics. Take a look at this list –

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  1. Students in this field will learn about radiological and imaging technologies, including MRI, CT scans, and ultrasound.
  2. You will be able to perform a range of radiological procedures essential for diagnostic purposes.
  3. The student will learn about physics of Newer Imaging Equipments, scanning principle, image acquisition etc. You will also learn about CT-Scan of various regions of the body, learn how to prepare patient for CT procedures, and about various CT guided techniques done.
  4. Learn the functioning and application of equipments such as MRI Machine, CT Scan Machine, X-ray Machine etc.
  5. This radiology course in Ranchi will teach you the basic physics especially focusing on the physics related to radiology, knowledge about transformers including principle & working, understanding of X-rays & their production.
  6. During the 3 years of radiology program you will gain knowledge about X-ray machine & X-ray Tubes and about cassettes used in X-ray.
  7. Learn about radiations & protection from radiation, about measurement of radiation, understand the biological effects of radiation.
  8. By the end of the program, you will gain knowledge about filters & intensifying screens used in X-ray, about scattered radiation & its control method. About Grid & its uses and functions in X-rays.
  9. You will gain the skills to explain the gross morphology, structure and functions of various organs of the human body.
  10. By the end of the radiology course from Jharkhand Rai University, you will learn about alimentary canal & its functions, about urinary system & its functions, about cardiovascular system & its functions, about reproductive system & its functions, about body fluids & their uses.
  11. You will learn about the fundamental radio-medical imaging, about computed tomography, about Magnetic Resonance Imaging, about Ultrasound Imaging and about MR Instrumentation & management.
  12. Gain the skills to perform essential radiological procedures required for accurate diagnostics.
  13. Radiology program will train you about equipments used in Modern Imaging, about CR & Digital Radiography, about Mammography & USG, about CT basic Physics & CT artifacts, about MRI basic Principles & imaging methods.
  14. In addition to these, you will also learn Basic Life Support(BLS), about basic emergency care, about Biomedical Waste Management, about infection prevention & control.
  15. The program will teach you about cellular & tissue level organization, working pattern of different organs of each system, organs involved in different systems, anatomy & function of different body organs & systems.
  16. Understand the foundation science and safety guidelines in medical imaging technology.
  17. Interventional techniques used in radiology will be taught during B.Sc Radiology and Imaging course. Students will learn angiography & its methods. Gain knowledge about interventional procedures for nervous system & about diagnostic Procedure Venography and more.
  18. By the end of the program, you will develop a deep understanding of the subject wrt radiology and imaging technology, and develop high degree of expertise to contribute to advancement of knowledge in Medical Imaging.
  19. Fundamental concepts of Human Anatomy and Physiology will be taught to you in B.Sc Radiology program at Jharkhand Rai University.
  20. During the radiology course, you will learn about alimentary canal & its functions, about urinary system & its functions, about cardiovascular system & its functions, about reproductive system & its functions, about body fluids & their uses.
  21. The course will enhance you technical skills required to become efficient technologists utilizing state-of-the art facilities and equipments.
  22. To equip individuals with the skills and knowledge needed for the critical evaluation of daily practices.
  23. Application of Computers in clinical settings will also be taught during the course.
  24. After completion of the course, students will be skilled to work in Hospital Radiology Suites, MRI Units and other related sections.
  25. Students will develop problem-solving and critical-thinking skills, enabling them to assist radiologists in various procedures effectively.
  26. B.Sc Radiology program will enhance your understanding physical principles as well as theories involved in diagnostic imaging modalities.
  27. This course will enable you to have all the relevant knowledge of radiology & imaging sciences and will be able to do various procedures required.
  28. Students will be able to integrate knowledge of various types of Radiological & Imaging procedures along with their in-depth knowledge.
  29. It will enable you to explore career opportunities in hospitals or advance through further education and research in radiology and imaging.
  30. Embrace lifelong learning and adapt to evolving professional and societal demands.
  31. Fundamental concepts of Human Anatomy and Physiology will be taught to you in B.Sc Radiology program at Jharkhand Rai University.
  32. You will be able to build technical expertise in radiology to effectively assist radiologists in all aspects of imaging.

Besides the above learning, the Ranchi students interested to study B.Sc Radiology program will gain indepth knowledge of various other aspects related to the field. The above list is only a broad indicator.

Jobs after B.Sc Radiology

  1. The Candidates can join Private, Military and public health services
  2. In industry, Imaging technologists are needed for Application and Software development for Medical Imaging equipment.
  3. Competent to work in Hospital Radiology Suites,MRI Units and other related sections.
  4. This Program will create a great source of manpower who can aid in our health
    sector especially in MRI, CT scan, X-ray & Ultrasonography sections.
  5. Be an entrepreneur and open a MRI – CT Scan center.