भारत को 2047 तक कई क्षेत्रों में आत्त्मनिर्भर बनांना है हमें युवाओं से उम्मीद है की भारत को विकसित कर गौरवान्वित करेंगे। आज भारत राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मना रहा है। यह हमलोगों के लिए ख़ुशी की बात है की आज ही के दिन झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी अपना पांचवा दीक्षांत समारोह मना रहा है। आज का दिन डिग्री लेने वाले सभी छात्र छात्राओं को ह्रदय से बधाई देता हूँ और उन्हें विकसित भारत के लिए आधार मानते हुए कड़ी मेहनत करने का आह्वाहन करता हूँ। उक्त बातें शुक्रवार को महामहिम राज्यपाल श्री संतोष गंगवार ने झारखण्ड राय विश्वविद्यालय के पांचवे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कही।
राज्यपाल ने छात्रों से कहा की जीवन में मार्ग ढूँढना है मंजिल तलाशनी है उपाधि केवल पुरस्कार नहीं बल्कि नयी शुरुवात है आपको समाज राज्य एवं, राष्ट्र को बहुत कुछ देना है और इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी।
विकसित भारत में झारखंड राय यूनिवर्सिटी सक्रिय भूमिका निभा रहा है, यहाँ अध्ययनरत छात्र छात्राओं को केवल शिक्षा ही नहीं बल्कि नवाचार, संस्कार शोध एवं तकनीक प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर भारत के लिए तैयार किया जा रहा है।
विशिष्ट अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने कहा समारोह के संबोधन के दौरान कहा कि दीक्षांत विद्यार्थियों को उत्साह एवं ऊर्जा प्रदान करता है पिछले दो दीक्षांत समारोह समारोह से मैं यहाँ आ रहा हूँ, यहाँ आकार अच्छा लगता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लायी गयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का व्यापक एवं सकारात्मक असर आने वाले दिनों में दिखेगा। भविष्य का भारत इस शिक्षा नीति के तहत उभरकर सामने आएगा। मुझे ख़ुशी है आप जैसे विद्यार्थियों के बल पर भारत आगे बढ़ रहा है । झारखंड की धरती पर झारखंड राय विश्वविद्यालय ने जो शैक्षणिक बीजारोपण किया है वह अब फल देने लगा है। आने वाले दिनों में झारखंड ऐसे विश्वविद्यालय के नाम से ही जाना पहचाना जायेगा।
स्वागत भाषण करते हुए झारखंड राय विश्वविद्यालय की चांसलर डॉ० हरबीन अरोड़ा राय ने कहा की नारी शक्ति से हर कोई जुड़ा हुआ है। हर इंसान की मातृत्व शक्ति नारी शक्ति है। उन्होंने शक्ति के 5 श्रोत पर चर्चा करते हुए कहा की पहली शक्ति श्रुति या ऋचा है जिसे हम ज्ञान कहते हैं। विश्वविद्यालय ज्ञान का केंद्र हैं। दूसरी शक्ति श्री की शक्ति है अर्थात भगवान की शक्ति। श्री की शक्ति शुभ की शक्ति है। यह भी नारी शक्ति है। जैसे श्रुति की शक्ति को अर्जित कर हमें उतरना पड़ता है उसी तरह श्री के भी तीन उप तत्व है ये हैं श्रेष्ठ, श्रेय एवं आश्रय। तीसरी शक्ति है शौर्य की शक्ति है। चतुर्थ शक्ति है शृंगार की शक्ति एवं पांचवी शक्ति है श्रम की। इन सारी शक्तियों को जोड़ने का कार्य नारी शक्ति करती है।
झारखंड राय विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो० (डॉ ०) सविता सेंगर ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा की किसी भी राष्ट्र को दिशा देने में विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर विश्वविद्यालय जीवंत और गुंजायमान होंगे तो हमारा राष्ट्र और सभ्यता भी जीवंत होगा। झारखंड राय विश्वविद्यालय का मानना है शिक्षा का असली उद्देश्य है बेहतर समाज और राष्ट्र के निर्माण के लिए कुशल नागरिक का निर्माण करना ।
हमारा प्रयास है विकसित भारत के सपने को पूरा करने वाले युवाओं को प्रशिक्षित करना , उचित सलाह और समर्थन देकर नए सृजन में योगदान देने के काबिल बनाना। विश्वविद्यालय भविष्य के कार्यबल और नेतृत्व कर्ताओं को तैयार करने का कार्य करता है।
वर्ष 2023 -24 की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कुलपति प्रो ० सेंगर ने बताया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना विकसित भारत का संकल्प 2047 को पूरा करने में देश के 153 विश्वविद्यालय सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं जिनमें झारखंड राय विश्वविद्यालय भी शामिल है। उन्होंने कहा कि [पिछले दो वर्षों में हमने कई उपलब्धियां प्राप्त की है । विश्वविद्यालय का आईईसी सेल पिछले तीन वर्षों से लगातार शीर्ष उपलब्धि हासिल कर रहा है जिसकी सराहना केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने भी की है। विश्वविद्यालय को वर्चुअल लैब उपयोगिता को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2024 में राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों एवं निर्देशों का अनुपालन भी विश्विद्यालय त्वरित गति से कर रहा है। आउट कम बेस्ड एजुकेशन, एकैडमिक बैंक ऑफ़ क्रेडिट, डिजिलॉकर की सुविधा इसी दिशा में उठाये गए महत्वपूर्ण कदम हैं। उन्होंने बताया की वर्ष 2023 -24 में 298 विद्यार्थियों ने स्वयं- मूक्स की परीक्षा में 75 % अंको के साथ सफलता प्राप्त किया है। विश्वविद्यालय के प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं ने देशके कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के पीजी पाठ्यक्रमों में सफलता प्राप्त की है। सीयूईटी , गेट , जी पैट जैसी कई परीक्षाओं में यहाँ के छात्रों ने सफलता विश्वविद्यालय का मान बढ़ाया है।
*10 को गोल्ड मेडल 1 को चांसलर मेडल, 23 शोध छात्रों को मिली पीएचडी की उपाधि*
झारखंड राय विश्वविद्यालय, रांची के पांचवां दीक्षांत समारोह 28 फ़रवरी शुक्रवार को नामकुम परिसर में आयोजित हुआ । पांचवे दीक्षांत समारोह में कुल 393 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गयी । महामहिम संतोष कुमार गंगवार ने 10 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल जबकि 1को चांसलर मेडल प्रदान किया ।
दीक्षांत समारोह में स्नातकोत्तर विषय के 122 विद्यार्थी , स्नातक के 184 , डिप्लोमा पाठ्यक्रम के 87 छात्र शामिल हैं। इसके अलावे 23 शोध छात्रों को पीएचडी एवं 3 को एमटेक इन रिसर्च की डिग्री प्रदान की जाएगी।
*महामहिम राज्यपाल ने शक्ति सूत्र :108 सूत्र किताब का किया लोकार्पण ।*
दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल ने शक्ति सूत्र :108 सूत्र किताब का लोकार्पण भी किया। किताब की लेखक झारखंड राय विश्वविद्यालय की चांसलर डॉ० हरबीन अरोड़ा राय है। पुस्तक में शक्ति के 108 रूपों एवं सूत्रों का वर्णन किया गया है।
*दीक्षांत समारोह में देश- विदेश की नामी हस्तियां हुई शामिल।*
झारखंड राय विश्वविद्यालय, रांची के पांचवे दीक्षांत समारोह में देश विदेश की कई प्रसिद्ध हस्तियां उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर कोस्टा रिका के पूर्व उप राष्ट्रपति एच इ एपसी कैम्पबेल बरर , आईवरी कोस्ट के पूर्व मंत्री एच इ इयू फरासी याओ , पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व सांसद अर्जुन मुंडा, काइनेटिक इंजीनियरिंग लिमिटेड के वाइस चेयरमैन सुलाजा फिरोदिया मोटवानी, पावर्टी एजुकेशन फाउंडेशन मलेशिया के चेयरमैन डाटो हाजी जैनल अबिदीन हाजी सकोम, उपस्थित थे।
दीक्षांत समारोह में देश विदेश की कई गणमान्य हस्तियों के अलावा राज्य के कई विश्वविद्यालयों के कुलपति, कुलसचिव, बुद्धिजीवी एवं समाजसेवी उपस्थित थे।