देश में 550 मेडिकल कॉलेज है और इनमें 80 हजार सीटों पर हर वर्ष एडमिशन हुआ करता है। लेकिन आप जानते है यूजी नीट(NEET) परीक्षा में हर साल 10 से 15 लाख स्टूडेंट बैठते है और 10 प्रतिशत से भी कम स्टूडेंट्स मेडिकल की पढ़ाई के लिए चुने जाते है। कई स्टूडेंट्स रिपीटर बनकर फिर एक उम्मीद के साथ अगले एक साल के लिए अपने को झोंक देते है की अगली बार उनका नंबर आएगा। लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं की अगली बार भी सफलता मिलेगी। अब क्या करें? मेडिकल प्रोफेशनल और डॉक्टर बनने के सपने को अधूरा छोड़ दें?
हम आपको बताने वाले है एक ऐसे कोर्स के बारे में जिसे करने के बाद आप अपने नाम के साथ डॉक्टर भी लिख सकते है और यह आपके मेडिकल फील्ड से जुड़ा हुआ भी है। हम बात कर रहे है फिजिओथेरेपी कोर्स के बारे में जिसे करने के बाद आप किसी प्रशिक्षित डॉक्टर की तरह एडवाइस देना, मेडिटेशन और एक्सरसाइज सजेस्ट करना, थेरेपी और ट्रीटमेंट के जरिये मरीज को ठीक करने का काम कर सकते है। फिजिओथेरेपी कोर्स कई मायनों में काफी अलग और महत्वपूर्ण है। सर्जरी ,क्रोनिक के अलावा न्यूरोलॉजिकल बिमारियों में भी यह मददगार साबित हुआ है।
यह मेडिकल फील्ड का ऐसा कोर्स है जिसे करने के बाद आप अपने नाम के साथ डॉक्टर लिख कर प्रैक्टिस शुरू कर सकते है। किसी हॉस्पिटल, नर्सिंग होम के साथ जुड़ कर काम कर सकते है या खुद की क्लिनिक खोल कर प्रैक्टिस शुरू कर सकते है। फिजियोथेरेपी मेडिकल साइंस का पॉपुलर ब्रांच है। फिजियोथेरेपी में डिग्री और डिप्लोमा के साथ मास्टर डिग्री और पीएचडी तक किया जा सकता हैं। करियर के लिहाज से बैचलर इन फिजिओथेरेपी आप के लिए बेस्ट है।
बीपीटी का पूरा नाम बैचलर इन फिजियोथेरेपी (BPT) है। यह चार वर्षीय डिग्री कोर्स होता है। इसके बाद 6 माह की इंटर्नशिप भी पूरी करनी होती है। इंटर्न बनाकर काम करने और सिखने का मौका मिलता है।
बैचलर ऑफ़ फिजिओथेरेपी की पढ़ाई के लिए रांची में झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी के विश्वसनीय नाम है। यूजीसी और नैक की मान्यता प्राप्त यह यूनिवर्सिटी बिहार, झारखण्ड, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल का एकलौता प्राइवेट यूनिवर्सिटी है जिसके बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर, इंडस्ट्री फ्रेंडली करिकुलम, एक्सपेरिएंस्ड फैकल्टी मेंबर, स्किल बेस्ड एजुकेशन, लैंगवेज लैब सुविधा और एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी को देखते हुए यह मान्यता मिला है।
अगर आप ने किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से विज्ञान विषयों के साथ 12 वीं की पढ़ाई पूरी की है तो आप इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते है। इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद आप फिजिओथेरेपिस्ट,रिहैबिलिटेशन एक्सपर्ट एडवाइजर स्पोर्ट्स फिजिओथेरेपिस्ट भी बन सकते है। सरकारी और निजी क्षेत्र दोनों जगहों पर अवसर मौजूद है।