बार कौंसिल ऑफ इंडिया The Bar Council of India ने विधि शिक्षा में परिवर्तन लाने के लिए पाठ्यक्रम में मूट कोर्ट को शामिल किया। मूट कोर्ट को कृत्रिम कोर्ट कह सकते है। इसका उद्देश्य विधि के छात्रों वास्तविक अदालत में होने वाली कार्यवाही को उसी रूप में एक मॉडल की तरह समझाना है। मूट कोर्ट में विधि के छात्र भाग लेते हैं, और वास्तविक अदालत की प्रक्रिया और उसकी गतिविधियों को सीखते हैं। इसमें पार्टियों के बीच एक काल्पनिक विवाद पर काल्पनिक सुनवाई और सबूत पेश किये जाते हैं, जिससे छात्रों को अदालतों की प्रक्रिया प्रयोगात्मक तरीके से समझ में आ सके।
झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी Jharkhand Rai University (JRU), Ranchi के डिपाटमेंट ऑफ़ लॉ में दो पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित किये जा रहे है।
BALLB BA LLB – Jharkhand Rai University, Ranchi (jru.edu.in) और
LLB LLB – Jharkhand Rai University, Ranchi (jru.edu.in)
BA LLB यह कोर्स 5 साल का होता है और इसमें 12 वीं के बाद नामांकन लिया जा सकता है। LLB यह 3 वर्ष का पाठ्यक्रम है और कोई भी स्नातक पास विद्यार्थी इसमें नामांकन ले सकता है। वर्किंग प्रोफेशनल और कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम करने वालों के बीच यह कोर्स पिछले कुछ वर्षों में काफी पॉपुलर हुआ है। झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी का डिपाटमेंट ऑफ़ लॉ विधि के विद्यार्थियों को नियमित मूट कोर्ट Law Moot Court – Jharkhand Rai University (JRU), Ranchi अभ्यास की सुविधा प्रदान करता है। एक सफल अधिवक्ता के लिए भाषा का अच्छा ज्ञान, उसे अभिव्यक्त करने की कला, कानून का अच्छा ज्ञान, उसे स्पष्टत: समझने एवं तत्काल किसी विषय / मामले पर कार्य करने की योग्यता का विकास जितना अवाश्यक है उतना ही विधिक विवाद को पहचानने, विधिक सामग्री एकत्र करने, बहस की तैयारी करने, बहस के समय उत्तेजना में न आना तथा अदालत या प्रतिपक्षी द्वारा पूछे गये प्रश्नों का उत्तर देने की योग्यता का विकास करना महत्वपूर्ण है।