झारखण्ड राय विश्वविद्यालय,रांची के तृतीय दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा सहित आदित्य बिरला एजुकेशन ट्रस्ट की फाउंडर और चेयरपर्सन नीरजा बिड़ला, इजराईल- इंडिया चैंबर ऑफ़ कॉमर्स की को- फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर अनट बर्नस्टीन रिच एवं ऑन्ट्रप्रेन्योर एच. के तलवार को महामहिम राज्यपाल के हाथों पीएचडी की मानद उपाधि प्रदान कि गयी।
समारोह की अध्यक्षता विजिटर महामहिम राज्यपाल रमेश बैस ने किया जबकि मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय मंत्री जनजातीय कल्याण अर्जुन मुंडा थे।
झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी की चांसलर डॉ. हरबिन अरोड़ा राय ने स्वागत भाषण किया। वहीं यूनिवर्सिटी का रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर डॉ. सविता सेंगर ने यूनिवर्सिटी के द्वारा अर्जित उपलब्धियों और प्रयत्नों से सभी को अवगत कराया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि “आजादी के 75 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष पर देश भर में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। देश को आजाद हुए 75 वर्ष पुरे हो चुके है और देश अब अपनी आजादी के स्वर्ण जयंती की तरफ बढ़ रहा है। यह दीक्षांत समारोह और भी खास हो जाता है क्योकि जो विद्यार्थी आज अपनी पढ़ाई पूरी कर दीक्षांत समारोह में डिग्री प्राप्त कर रहे है वह अगले 25 वर्षो में देश की प्रगति और उन्नति के प्रमुख स्तंभ होंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है हम सब को इस संकल्प को और आगे ले जाना है ताकि हमारी ऊर्जा का सही इस्तेमाल हो सके।“
झारखण्ड राय विश्वविद्यालय की चांसलर ड़ॉ. हरबीन अरोड़ा राय ने स्वागत संबोधन देते हुए कहा कि “कोविड के विपरीत परिस्थितियों के बावजूद विद्यार्थियों और शिक्षकों ने बिना हिम्मत हारे मिलजुलकर ऑनलाइन माध्यम के द्वारा, मेंटरिंग के द्वारा और हेल्पलाइन सेवा के जरिये कार्य किया है।
उन्होंने मंच पर उपस्थित विशिष्ट अतिथियों के कार्यों से सभी को अवगत कराया जो शिक्षा, उद्यमिता और वाणिज्य प्रबंधन के क्षेत्र में उनके द्वारा सफलतापूर्वक किया जा रहा है। डॉ. अरोड़ा ने कहा कि आत्म निर्भर भारत के सपने को पूरा करना हमारा भी सपना है और इसके लिए हम सब प्रयास कर रहें है।
महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार रखते हुए उन्होंने कहा की मुझसे विश्व के कई देशों में जाने पर यह सवाल पूछ जाता है कि महिला सशक्तिकरण आप किस देश को सबसे अच्छा उदाहरण मानती है तो मेरा जवाब यही होता है भारत कोई नहीं। और यह बात मैं अपने अंतर्मन से कहती हूँ क्योंकि अर्धनारीश्वर का सबसे बड़ा प्रतिक हमारा देश ही है जो इसके जरिये गरिमा और आध्यात्मिकता का सन्देश देता है। उन्होंने कहा की मेरा विश्ववास है कि झारखण्ड राय एक परिवार की तरह है जहां विद्यार्थी और शिक्षक एक परिवार की तरह रहते है और उसका परिणाम है कि आज यहाँ दीक्षांत समारोह में इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित है।