झारखंड रॉय विश्वविद्यालय रांची के माइनिंग इंजीनियरिंग संकाय के 8 विद्यार्थियों ने इस वर्ष आयोजित गेट की परीक्षा में सफलता प्राप्त किया है। वर्ष 2024 में आयोजित गेट परीक्षा में विश्वविद्यालय के 8 छात्रों ने सफलता हासिल कर एक नया इतिहास रचा है। सफलता प्राप्त करने वाले छात्रों में अलिकट्टी रविंद्र( AIR 362) बंटी कुमार( AIR 655) गनगुला रवितेजा (AIR 724) सेगम साईं कुमार( AIR 1292 ) राज शुभम(AIR1463) सोनू कुमार( AIR 1679) रौशन रोहित मिंज (AIR 1959) कुंदन कुमार( AIR 1959) का नाम शामिल है।
बी टेक के छात्रों की सफलता पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. पीयूष रंजन ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। उन्होंने कहा कि “देश की प्रतिष्ठित परीक्षा गेट में विश्वविद्यालय के माइनिंग इंजीनियरिंग के छात्रों की यह सफलता और भी छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने और सफल होने में सहायक साबित होगा।“
विद्यार्थियों की सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए संकाय के समन्वयक प्रो. सुमीत किशोर ने कहा कि माइनिंग के विद्यार्थियों के लिए गेट परीक्षा की तैयारी के लिए विश्वविद्यालय के सहयोग से पूर्व में भी ऑनलाइन कक्षाओं का आयोजन कर गेट परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करने का कार्य किया गया है। इस वर्ष गेट परीक्षा में 8 विद्यार्थियों ने सफलता प्राप्त कर विश्वविद्यालय का नाम रौशन किया है।“
विश्वविद्यालय के द्वारा माइनिंग इंजीनियरिंग में दो पाठ्यक्रम संचालित किये जाते है। डिप्लोमा इन माइनिंग इंजीनियरिंग और बीटेक इन माइनिंग इंजीनियरिंग। डिप्लोमा इंजीनियरिंग 3 वर्षीय पाठ्यक्रम है जबकि बीटेक माइनिंग 4 वर्षीय पूर्णकालिक पाठ्यक्रम है।
माइनिंग इंजीनियरिंग क्या हैं?
https://www.jru.edu.in/programs/b-tech-mining/
भारत में माइनिंग इंजीनियरिंग का उज्ज्वल करियर स्कोप है और वह भी खासकर भारत सरकार के ‘न्यू इंडिया मिशन’ के बाद। भारत की माइनिंग इंडस्ट्री 7 लाख से अधिक लोगों को रोज़गार मुहैया करवाती है और देश के जीडीपी में माइनिंग इंडस्ट्री का कुल योगदान लगभग 2.5 फीसदी है जो लगातार बढ़ रहा है।
अगर आपको माइनिंग में दिलचस्पी है तो आप भारत में एक माइनिंग इंजीनियर के तौर पर अपना करियर बना सकते हैं।माइनिंग इंजीनियरिंग करने वाले स्टूडेंट्स डिप्लोमा इन माइनिंग इंजीनियरिंग और बीटेक इन माइनिंग इंजीनियरिंग इन दोनों हो कोर्स को बेहद पसंद करते है।
माइनिंग इंजीनियरिंग के बाद रोजगार के अवसर:
https://www.jru.edu.in/programs/diploma-mining-engineering/
भारत छठा सबसे बड़ा लौह अयस्क का उत्पादन करने वाला और पांचवां बॉक्साइट अयस्क उत्पादक देश है। इसके पास 302 बिलियन कोयले का रिजर्व और 3000 से ज्यादा ऑपरेशनल माइंस हैं। इन अयस्कों की मांग दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। सैलरी के मामले में यह सेक्टर बहुत अच्छा है। वह इसलिए क्योंकि इस क्षेत्र में काम बहुत है और लोग कम। इसमें माइनिंग कंपनी और कैंडिडेट, दोनों की परफॉर्मेंस अहमियत रखती हैं। माइनिंग के कोर सेक्टर में सैलरी पैकेज ज्यादा मिलता है क्योंकि उसमें फील्ड जॉब होती है। कोर सेक्टर में कंपनियां मैनेजमेंट ट्रेनी लेवल पर कैंडिडेट को लेती हैं और एक साल की ट्रेनिंग के बाद उन्हें मैनेजर पद पर प्रमोट कर देती हैं। दूसरा हिस्सा माइनिंग लॉज, सेफ्टी और अन्य जरूरतों का होता है।
बड़ी कंपनियों में मिलता है रोजगार:
कोल इंडिया लिमिटेड, टाटा स्टील, रियो टिनटो, वाइजैग स्टील, मोनेट इस्पात, वेदांता, एचजेडएल, एचसीएल, इलेक्ट्रोस्टील, द इंडियन ब्यूरो ऑफ माइनिंग, जियॉलजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, आईपीसीएल, नालको, अडानी माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड।
GATE Exam क्या है?
इंजीनियरिंग में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए गेट परीक्षा राष्ट्रीय स्तर की एक प्रतिष्ठित परीक्षा है। इसमें कुल 23 पेपर होते है। गेट परीक्षा को आईआईटी जेईई परीक्षा से भी कठिन समझा जाता है। आईआईटी जेईई का आयोजन बी.टेक कॉलेजों में प्रवेश के लिए किया जाता है जबकि गेट का आयोजन इंजीनियरिंग की मास्टर डिग्री यानी एम.टेक कॉलेजों में प्रवेश के लिए किया जाता है। इसलिए इस परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों का स्तर पीजी लेवल का होता है। गेट एग्जाम के स्कोर कार्ड की मान्यता 3 वर्ष की होती है, इसके आधार पर देश के टॉप कॉलेजों तथा यूनिवर्सिटीज के अंदर इंजीनियरिंग कोर्सेज में एडमिशन मिल सकता है।