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बीकॉम टैक्सेशन क्यों करें? कैसे बनाएं करियर

B.Com Taxation एक व्यावसायिक पाठ्यक्रम है। कॉमर्स, लॉ और मैनेजमेंट बैकग्राउंड के वैसे छात्र जो सीए, सीएस, आईसीडब्ल्यूए लेने के इच्छुक है उनके लिए यह पाठ्यक्रम एक मजबूत आधार प्रदान करता है। साथ ही, छात्रों को कर (टैक्स) परामर्श के क्षेत्र में विभिन्न पदों के लिए तैयार करता है। बी.कॉम टैक्सेशन प्रबंधकीय कौशल और मुख्य योग्यता प्रदान करते हुए स्नातकों को व्यवसाय जगत में करियर की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए तैयार करता है। इस का उद्देश्य स्नातक स्तर के छात्रों को क्रमिक और प्रभावी तरीके से कराधान प्रणाली ( टैक्स सिस्टम) और वित्तीय सिद्धांतों( फाइनैंशल इंस्ट्रूमेंट) का समग्र ज्ञान प्रदान करना है। यह विशेष कार्यक्रम वित्तीय प्रबंधन, कर नियमों और रणनीतिक वित्तीय योजना की जटिलताओं में उत्कृष्टता प्राप्त करने का लक्ष्य रखने वाले व्यक्तियों के लिए तैयार किया गया है।

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बी.कॉम टैक्सेशन कोर्स क्या है?
बी.कॉम (टैक्सेशन) का पूरा नाम बैचलर ऑफ कॉमर्स इन टैक्सेशन होता है। यह 3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम है। किसी भी स्ट्रीम से 12 वीं पास छात्र इस कोर्स को कर सकता है। इसे पूरा करने के बाद लेखा परीक्षक, आयकर अधिकारी, लागत लेखाकार, कर सलाहकार, बजट विश्लेषक, वित्त प्रबंधक, सहायक लेखाकार आदि पदों पर कार्य करने का अवसर मिलता है ।
बीकॉम टैक्सेशन के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए क्लिक करें: https://www.jru.edu.in/programs/bcom-taxation/
बीकॉम टैक्सेशन में क्या पढ़ना होता है?

बीकॉम टैक्सेशन पाठ्यक्रम वित्त, अर्थ, विधि और प्रबंधन का मिला जुला पाठ्यक्रम है। इसके मुख्य विषयों में शामिल हैं:

  • खाता लेनदेन
  • लेखा पुस्तकें
  • व्यावसायिक आंकड़े
  • पूंजी आय – व्ययक
  • केंद्रीय और बिक्री कर
  • कस्टम कानून प्रक्रियाएं
  • कर्मचारी प्रबंधन
  • कर्मचारी राज्य बीमा अधिनियम
  • व्यावहारिक अर्थशास्त्र
  • सूची प्रबंधन
  • ई-कॉमर्स सेवा कर प्रबंधन
  • आय वितरण
  • पेरोल प्रबंधन
  • अनुसंधान और रिपोर्ट प्रस्तुति

हर साल 1 लाख छात्र क्यों करते है बीबीए जाने :
https://www.jru.edu.in/programs/faculty-of-commerce-management/bba/

बीकॉम टैक्सेशन करने के क्या फायदे है?
देश की आर्थिक तरक्की के लिए टैक्सेशन बहुत जरूरी है और अगर कोई भी टैक्सेशन में अपना करियर बनाना चाहता है तो उसके लिए बीकॉम टैक्सेशन बेहतर ऑप्शन है। एक रिपोर्ट के मुताबिक नई जीएसटी कर व्यवस्था ने 1.3 मिलियन विशेषज्ञों की मांग पैदा की है। यह कर विशेषज्ञों की लगातार बढ़ती आवश्यकता को इंगित करता है। गहन कर ज्ञान और मजबूत विश्लेषणात्मक कौशल वाले स्नातकों की इस क्षेत्र में उच्च मांग है।

  • यह कोर्स विश्लेषणात्मक और प्रबंधकीय क्षमताओं से लैस होने , वित्त और कराधान पर ध्यान देने के साथ वाणिज्य के सभी प्रासंगिक क्षेत्रों में कौशल विकसित करने का मौका देता है।
  • इसे करने के बाद रोजगार कर विशेषज्ञ, कर सलाहकार, कर वकील विशेषज्ञ, कर नीति विश्लेषक, कर सलाहकार, लेखा सहायक, लागत लेखाकार, ऑडिटिंग क्लर्क, आदि पदों पर कार्य कर सकते हैं ।
  • डेलॉइट, अर्न्स्ट एंड यंग, जे. पी मॉर्गन चेज़ एंड कंपनी, एचडीएफसी बैंक प्राइवेट लिमिटेड, आदि बी.कॉम टैक्सेशन स्नातकों की प्रमुख भर्तीकर्ता हैं।

बीकॉम टैक्सेशन के बाद जॉब के अवसर :

  • चार्टेड अकाउंटेंट (CA)
  • इंस्टिट्यूट और कॉस्ट एंड वर्कस अकाउंटेंट इन इंडिया (ICWA)
  • कंपनी सेक्रेटरी (CS)
  • सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट(CMA)
  • एसोसिएशन ऑफ़ चार्टेड सर्टिफाइड अकाउंटेंट (ACCA)
  • सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट (CPA)