भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय से संचालित बोर्ड ऑफ़ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (बीओपीटी ) पूर्वी क्षेत्र एवं झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी, रांची के सहयोग से आयोजित वर्चुअल जॉब फेयर(अप्रेंटिशिप ट्रेनिंग) का प्रारंभ 9 अगस्त से किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर डायरेक्टर पर्सनल, सीसीएल पी.वी.ए.आर. मल्लिकार्जुन राव, मुख्य वक्ता डायरेक्टर बीओपीटी (पूर्वी क्षेत्र ) एस. एम. एजाज अहमद उपस्थित थे। उद्घाटन सत्र का प्रारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ किया गया। कार्यक्रम में स्वागत भाषण करते हुए झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी, रांची की कुलपति प्रो. (डॉ.) सविता सेंगर ने कहा ” बीओपीटी के सहयोग से पाँचवी बार जॉब फेयर का आयोजन यूनिवर्सिटी कैंपस में किया जा रहा है। कोविड 19 महामारी और सरकार के निर्देशों को देखते हुए यूनिवर्सिटी द्वारा पहली बार इसका आयोजन वर्चुअल किया जा रहा है।
डॉ. सेंगर ने ज्ञान आधारित समाज का जिक्र करते हुए कहा की “आज नॉलेज बेस्ट सोसायटी का दौर है। समाज तेजी से बदल रहा है। हमें अपने कार्यों के प्रति खुद जिम्मेदार बनेबनने की जरुरत है। किसी भी बात पर सरकार या दूसरों को दोष देने की आदत सफलता में सबसे बड़ी बाधक साबित होती है। उन्होंने कौशल और जीवन विकास के लिए लाइफ स्किल्स की जरुरत पर बल देते हुए कहा की ‘लाइफ स्किल्स केवल जीवन में दक्षता प्राप्त करने का नाम नहीं है बल्कि सही मायनों में ह्यूमन बिंग बन कर समाज में अनुशासन के साथ जीवन निर्वाहन की कला है। नई शिक्षा नीति 2020 की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया की ‘ यह नीति स्टूडेंट सेंट्रिक अप्रोच और नॉलेज, ऐटिटयूड और स्किल्स को शिक्षा से जोड़ने वाला है।
डॉ. सेंगर ने झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी द्वारा आउट कम बेस्ड एजुकेशन की भी चर्चा की जो इनसाइड क्लास रूम मेजरिंग, लर्निंग, फैकल्टी परफॉर्मेंस पर आधारित है। उन्होंने अपनी जानकारी में बताया की यूनिवर्सिटी जल्द ही दो स्किल्ड बेस्ड कोर्स भी प्रारम्भ करने वाली है।
डायरेक्टर बीओपीटी (पूर्वी क्षेत्र) एस एम् एजाज अहमद ने अपने सम्बोधन के दौरान कहा की ” कोरोना महामारी के कारण उतपन्न परिस्थितियों से कई लोगों ने अपना रोजगार खोया है। झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी के साथ यह पांचवा वर्ष है जब अप्रेंटिशिप ट्रेनिंग के लिए रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है।
अप्रेंटिशिप ट्रेनिंग को रोजगार मेला का नाम देने पर अपना विचार देते हुए उन्होंने बताया की 1 वर्ष का यह प्रशिक्षण युवाओं को औद्योगिक क्षेत्र में उनकी दक्षता के अनुसार तैयार करता है। अप्रेंटिशिप एक्ट 1961 का हवाला देते हुए उन्होंने बताया की आज भी 1200 से ज्यादा कंपनियां इसे लेकर सक्रिय नहीं है। भारत के युवाओं को इस आपदा की घडी में ज्यादा से जयदा रोजगार की जरुरत है और इसमें अप्रेंटिशिप महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने अप्रेंटिशिप का महत्व बताते हुए कहा की विदेशों में यह एक प्रतिष्ठित कार्य की तरह है। यह छात्रों के लिए बहुत लाभदायक भी है। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों से एक दिन का अप्रेंटिसशीप डे मानाने का भी अनुरोध करते हुए कहा की इस प्रकार के कार्यों को सक्रियता से करने वाले संस्थानों को आने वाले समय में पुरस्कृत भी किया जायेगा। “
मुख्य अतिथि डायरेक्टर पर्सनल सीसीएल पीवीएआर राव ने अपने सम्बोधन के दौरान कहा की “कोल् इंडिया और उसकी 8 अनुसांगिक इकाइयां अप्रेंटिशिप को महत्वपूर्ण मानते हुए प्रतिवर्ष 20 हजार से ज्यादा प्रशिक्क्षु लिया करते है। शिक्षा प्राप्त करने का मूल उद्देश्य केवल सरकारी नौकरी प्राप्त करना नहीं होता बल्कि इसके अलावा स्टार्टअप्स, खुद का बिजनेस और कौशल से जुड़े हजारों कार्य है जिन्हें अपनाकर जीवन को बेहतर बनाया जा सकता है। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों से क्षेत्र और भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार स्किल बेस्ड कोर्सेज प्रारंभ करने की सलाह देते हुए कहा की ” भारत में हर राज्य में अलग अलग संभावना है इसका ध्यान रखते हुए कौशल से जुड़े पाठ्यक्रम चलाये। पीवीएआर राव ने ड्रीम, प्लानिंग और एग्जीक्यूसन ( DPE ) की चर्चा करते हुए बताया की यह तभी सफल हो सकते है जब इनके साथ लगन और अथक परिश्रम भी किया जाय। उन्होंने 9 अगस्त के अवसर पर सभी प्रतिभागियों को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामना देते हुए जॉब फेयर में शामिल युवाओं के उज्जवल भविष्य की कामना किया।
उद्घाटन सत्र के समापन अवसर पर धन्यवाद ज्ञापन करते हुए झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रो. (डॉ.) पियूष रंजन ने अगले पांच दिनों तक चलने वाले स्टूडेंट- इंडस्ट्री डिस्कशन के लिए सभी प्रतिभाओं को अपनी शुभकामना देते हुए कहा की” ये पांच दिन स्किल और कम्युनिकेशन को प्रमाणित करने का अवसर है। प्रत्येक वर्ष बीओपीटी के सहयोग से मेले का आयोजन होता रहा है जिसमें सीसीएल की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। इस वर्ष भी 2000 से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए है जो नैड में भी पजीकृत है।रोजगार मेला 9 से 13 अगस्त 2021 तक आयोजित किया जायेगा। इस वर्ष इसमें प्रतिष्ठित 24 कंपनियां शामिल हो रही है जिनके पास 777 रिक्तियॉं है।