5 सितंबर शिक्षक दिवस के अवसर पर झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी, रांची में ऑनलाइन शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया।
सर्वप्रथम यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ. सविता सेंगर ने शिक्षक दिवस की महत्ता और आयोजन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा की ” जीवन में सफल होने के लिए शिक्षा सबसे ज्यादा जरुरी है। शिक्षक देश के भविष्य और युवाओं के जीवन को बनाने और उसे आकार देने के लिये सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कोविड 19 और लॉक डाउन की चर्चा करते हुए डॉ सेंगर ने कहा ” कोरोना वाइरस और लॉक डाउन के परिस्थित एक चुनौती पूर्ण स्थिति थी जिसे लेकर सभी चिंतित थे। किस प्रकार समय पर कोर्स पूरा होगा, अकादमिक कैलेंडर और एक्टिविटी को किस प्रकार पूरा किया जायेगा। यह सभी सवाल शिक्षक, अभिभावक और छात्रों के मन में चल रहा था । लेकिन प्रत्येक चुनौती में अवसर भी छुपा रहता है और इस कठिन चुनौती को पूरा करने में टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टॉफ का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ। फैकल्टी मेंबर्स ने बिना एक दिन की हानी किये पुरे ऐकडेमिक कैलेंडर को सफलतापूर्वक पूरा किया और इसमें तकनीक का बेहतर इस्तेमाल शामिल है। डॉ सेंगर ने अपने संबोधन के दौरान कहा की “यूनिवर्सिटी ने अपने पाठ्यक्रम में लाइफ स्किल महत्वपूर्ण विषय मानते हुए स्थान दिया है। यह स्टूडेंट्स को तकनिकी और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने में कारगर साबित हुआ है।“
नई शिक्षा नीति 2000 की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया की ” इसके जरिये उच्च शिक्षा में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। नई शिक्षा नीति उच्च शिक्षण संस्थानों और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्राप्त करने के इक्छुक छात्रों को लाभांवित करेगा। “
यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार डॉ. पीयूष रंजन ने अपने संबोधन में ” विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारियों को शिक्षक दिवस की शुभकामनायें दी। उन्होंने कहा की यह ऐकडेमिक वर्ष एक चुनौती की तरह था जिसमें फैकल्टी मेम्बर्स को एक नए प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए अकादमिक सत्र को पूरा करना था। मुझे बेहद ख़ुशी है की किसी भी शैक्षणिक दिवस के नुकसान के बिना इसे पूरा किया गया और इसमें शिक्षकों का योगदान अतुलनीय है। विश्वविद्यालय ने चुनौती को अवसर में बदलते हुए अपना ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी स्थापित किया है जिसके जरिये नियमित पढ़ाई जारी है।“ ड़ॉ. रंजन ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय द्वारा प्रतिवर्ष शिक्षक दिवस के अवसर पर दिए जाने वाले पुरस्कारों की घोषणा की। इस वर्ष यूनिवर्सिटी के बेस्ट डिपार्टमेंट का अवार्ड डिपार्टमेंट ऑफ़ माइनिंग इंजीनियरिंग को दिया गया। फैकल्टी ऑफ़ द ईयर का अवार्ड कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट के प्रो. कुमार अमरेंद्र को और मेंटर ऑफ़ द ईयर का अवार्ड माइनिंग इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रो सुमीत किशोर को प्राप्त हुआ। ओवरऑल इंस्टीटूशनल डेवलपमेंट एक्टिविटीज के लिए प्रो. रश्मि ने दूसरी बार यह पुरस्कार प्राप्त किया। इस अवसर पर वैसे सभी शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारियों को भी प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया जिन्होंने पिछले पांच वर्षों से विश्वविद्यालय में अपनी निर्बाध सेवा देने का कार्य किया है। सम्मान समारोह के समापन के बाद छात्र -छात्राओं के द्वारा गीत, संगीत,नृत्य कविता प्रस्तुति का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के आयोजन में कल्चरल क्लब के स्टूडेंट्स और मेंबर्स की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम का संचालन छात्रा अंशिका, स्वाति और फैजल ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अनुराधा शर्मा के द्वारा किया गया।