CMPDI सेंटर ऑफ़ एक्सेलेंस, खुला देश का पहला हाईटेक डिजिटल लैब
चाइना यूनिकॉम 100 से अधिक खदानों में निजी 5G नेटवर्क स्थापित करने की योजना बना रहा है। चीन के शांक्सी प्रांत में यांजियाहे कोयला खदान सभी प्रमुख खनन कार्यों की निगरानी, दक्षता बढ़ाने, सुरक्षा संबंधी जोखिमों को कम करने और उद्योग के सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए 5G निजी नेटवर्क और एज कंप्यूटर नोड्स का उपयोग कर रही है।
ऐतिहासिक रूप से, खनन खतरनाक और कठिन दोनों रहा है। भूमिगत काम करना स्वास्थ्य और सुरक्षा के साथ-साथ रसद संबंधी चुनौतियों से भरा हुआ है।
सभी खनन कार्यों में सुरक्षा महत्वपूर्ण है। भूमिगत श्रमिकों को विस्फोटों से लेकर संरचनात्मक विफलताओं, गैस विषाक्तता और अत्यधिक गर्मी और आर्द्रता के स्तर तक कई तरह के जोखिमों का सामना करना पड़ता है। 5G के आने से पहले, खदानों को पर्याप्त संचार प्रणाली स्थापित करने में संघर्ष करना पड़ता था।
5जी यूज़ केस लैब 5जी प्राइवेट नेटवर्क का लैब-स्केल वर्णन है, जिसे विशेष रूप से कोयला खनन उद्योग का सहयोग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह लैब 5जी रेडियो और कोर तकनीकों को 5जी-सक्षम उपकरणों के साथ-साथ एज/क्लाउड एंटरप्राइज़ आईटी/ओटी एप्लीकेशनों और उपकरणों के साथ जोड़ने के लिए एक परीक्षण और विकास केन्द्र के रूप में काम करेगी। कोयला उद्योग के लिए 5जी यूज़ केस लैब कोयला उद्योग में परियोजनाओं और डिजिटल परिवर्तन यात्राओं के लिए उद्योग का सहयोग करने वाला एक प्रमुख स्तंभ बन जाएगा।
निगरानी कैमरे, सेंसर-एकीकृत मशीनें, पूर्वानुमानित रखरखाव प्रणाली और स्वचालित मशीनरी सहित आईओटी एप्लीकेशनों की एक विस्तृत श्रृंखला को जोड़कर, सीआईएल को वास्तविक समय के डेटा एक्सचेंज, बेहतर निर्णय लेने और सुव्यवस्थित संचालन से लाभ होगा। कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) द्वारा 5जी नेटवर्क के कार्यान्वयन से इसके खनन कार्यों की दक्षता, सुरक्षा और स्थिरता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। चूंकि नेटवर्क निजी कैप्टिव नेटवर्क है, इसलिए संचालन के दौरान उत्पन्न डेटा सीआईएल के पास रहता है।
CMPDI में केंद्रीय कोयला मंत्री ने किया 5 जी यूज केस टेस्ट लैब का उद्घाटन :
केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने 9 जनवरी लो रांची के केन्द्रीय खान नियोजन एवं डिजाइन संस्थान (सीएमपीडीआई) में ‘5जी यूज केस टेस्ट लैब’ का उद्घाटन किया। कोयला क्षेत्र के डिजिटल परिवर्तन और तकनीकी परिदृश्य को आगे बढ़ाने में 5जी यूज केस टेस्ट लैब सहायक है । 5जी यूज केस टेस्ट लैब कोयला उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किए गए विभिन्न 5जी-आधारित एप्लीकेशन के विकास, परीक्षण और संयोजन के लिए एक परीक्षण केन्द्र के रूप में कार्य करता है। कोयला मंत्रालय ने 5जी तकनीक का प्रभावी ढंग से लाभ उठाने के लिए कोयला उद्योग के लिए 5जी यूज केस टेस्ट लैब की स्थापना के उद्देश्य से सीएमपीडीआई को उत्कृष्टता केन्द्र (COE) के रूप में मनोनीत किया है।
5 जी तकनीक क्या है ?
5G तकनीक, वायरलेस सेलुलर संचार की पांचवीं पीढ़ी है। यह तकनीक, डेटा को तेज़ी से ट्रांसफ़र करने में मदद करती है। यह तकनीक डेटा को एनकोड करने का तरीका बदलती है , रेडियो तरंगों के ज़रिए डेटा को एक जगह से दूसरी जगह भेजा जाना संभव करती है , नई स्पेक्ट्रम आवृत्तियां, नया रेडियो, और नया कोर नेटवर्क इस्तेमाल हो पाया है।
5G तकनीक के फायदे क्या हैं ?
5G तकनीक से, इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (IoT) और वर्चुअल रियलिटी जैसे नए अनुप्रयोगों को विकसित किया जा सकता है। बेहतर कवरेज और कम बैटरी खर्च के साथ इंटरनेट का इस्तेमाल हो सकता है। वाहन एक-दूसरे से जुड़कर गति और स्थान की जानकारी साझा कर सकते हैं। डेटा ट्रांसफर की रफ्तार बढ़ती है। कनेक्टिविटी में विलंबता कम होती है।
5जी यूज केस टेस्ट लैब क्या है ?
5जी यूज केस टेस्ट लैब कोयला उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किए गए विभिन्न 5जी-आधारित अनुप्रयोगों के विकास, परीक्षण और अनुकूलन के लिए एक परीक्षण केंद्र के रूप में कार्य करता है। 5जी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस लैब की स्थापना खनन क्षेत्र की उभरती चुनौतियों का सामना करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का लाभ उठाने में सीएमपीडीआई नेतृत्व को और मजबूत करती है।