झारखंड राय विश्वविद्यालय, रांची में डिपार्टमेंट ऑफ़ फार्मासूटिकल्स साइंसेज एवं इंस्टीटूशन इनोवेशन कौंसिल के सहयोग से बूट कैंप का आयोजन किया गया। दो दिवसीय इस कैंप का विषय “Development of efficient and skillful ability to assist medical emergency tasks” रखा गया था। बूट कैंप में रांची के विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से 150 से भी अधिक पारा मेडिकल की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।
दो दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान विद्यार्थियों को आपातकालीन स्थिति में प्राथमिक चिकित्सा के महत्व और आपात स्थिति में दिए जाने वाले प्राथमिक चिकित्सा के संबंध में विस्तार पूर्वक बताया गया। इस दौरान उन्हें बताया गया कि घायल और बीमार व्यक्ति को समय पर मिली प्राथमिक चिकित्सा उसकी जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। पारा मेडिकल स्टूडेंट्स को इस दौरान ब्लड ग्रुप की पहचान करना, ब्लीडिंग टाइम एंड क्लॉटिंग रोकने की जानकारी, मरीज के शरीर की हरकत को देखकर प्राप्त महत्वपूर्ण संकेत और उनका विश्लेषण करने ,बॉडी मास इंडेक्स की गणना करना और रीडिंग की जानकारी जैसी जानकारी देने का कार्य अनुभवी शिक्षकों के मार्गदर्शन में किया गया। इसके अलावे हीमोग्लोबिन की जाँच, सीआरपी देने की प्रायोगिक जानकारी, फर्स्ट ऐड के बारे में और दुर्घटना के बाद मरीज को बचने के लिए दिए जाने वाली दवाओं के सम्बन्ध में भी अवगत कराया गया।
सत्र के अंतिम दिन विद्यार्थियों को डॉक्टर के द्वारा लिखी गयी दवा की पर्ची और उसका विश्लेषण करने सम्बन्धी जानकारी देने का कार्य किया गया। प्रशिक्षण के समाप्त होने पर प्रश्न उत्तर सत्र का भी आयोजन किया गया जिसमें दो डिओन तक प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों ने बूट कैंप में दिए गए प्रशिक्षण और सिखाई गयी जानकारी के संबंध से जुड़े कई सवाल किया। कैंप में शामिल सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र भी दिया गया।
समापन अवसर पर अतिथि के तौर पर प्राचार्य फ्लोरेंस कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग इरबा, रांची के प्रो ० डॉ० संजीव कुमार कर, उप प्राचार्य डॉ० आशुतोष बेहरा, सहायक प्राध्यापक जन्नत परवीन, जेड ए रॉयल कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी के लेक्चरर सुभम कुमार फ्लोरेंस कॉलेज ऑफ़ पारा मेडिकल में सहायक प्राध्यापक सुरभि कुमारी, फ्लोरेंस कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग की नर्सिंग ट्यूटोरिअल्स एंड क्लीनिकल इंस्ट्रक्टर सोनल श्रीवास्तव उपस्तिथ थी।समापन समारोह में झारखण्ड राय विश्वविद्यालय रांची के डिपार्टमेंट ऑफ़ फार्मासूटिकल्स साइंसेज के वरिष्ठ शिक्षक डॉ० रणधीर कुमार गुप्ता , डॉ ० सैयद मो ० अब्दुल्ला उपस्तिथ थे।