सीयूईटी यूजी एग्जाम : 200 से ज्यादा विश्वविद्यालयों में प्रवेश का मौका
12 वीं के बाद ग्रेजुएशन करने के लिए अगर आप देश की टॉप यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो रास्ता है सीयूईटी। इसका फुल फॉर्म है कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट। ये एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है जिसका आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एंटीए करती है। इस एक सीयूईटी एग्जाम से आपको देशभर के कई विश्वविद्यालयों के विभिन्न कोर्स में दाखिला लेने का मौका मिलता है। एक सीयूईटी परीक्षा से देश के 200 से ज्यादा विश्वविद्यालयों में प्रवेश मिलता है। हर साल इसमें कुछ नई यूनिवर्सिटी जोड़ने की भी संभावना रहती है।
सीयूईटी यूजी रिजल्ट कब होगा जारी?
13 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) हो चुका है। अब इंतजार है सीयूईटी यूजी 2024 के आंसर-की का। ऑफिशियल आंसर-की नेशनल टेस्टिंग एजेंसी जारी करेगी। देश भर में सभी विषयों के लिए सीयूईटी यूजी एग्जाम 24 मई को पूरा हो चुका है। लेकिन दिल्ली और असम में 29 मई को दोबारा परीक्षा आयोजित की जा रही है। दरअसल, दिल्ली में 15 मई की परीक्षा स्थगित कर दी गई थी। वहीं, असम में कुछ छात्रों के लिए दोबारा एग्जाम होगा। क्योंकि एनटीए ने इनका सेंटर दूर आवंटित कर दिया था। जाहिर है, कि एंटीए सीयूईटी यूजी 2024 आंसर-की 29 मई के बाद ही जारी कर पायेगा। उम्मीद कि जा रही है 30 मई से 3 जून के बीच एनटीए सीयूईटी यूजी एग्जाम 2024 की उत्तर कुंजी जारी कर देगा। इसके बाद एनटीए सीयूईटी 2024 रिजल्ट की घोषणा करेगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि 15 जून के आसपास रिजल्ट घोषित किये जाएंगे। रिजल्ट के आते ही कॉलेजों में एडमिशन काउंसलिंग भी शुरू हो जाएगी।
बी कॉम कोर्स करना क्यों जरूरी है ? क्लीक कर जानिए।
सीयूईटी से ख़त्म हुआ नॉर्मलाइजेशन सिस्टम :
सीयूईटी परीक्षा में में पहले नॉर्मलाइजेशन सिस्टम के तहत मार्किंग होती थी। इस साल से कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट-यूजी के लिए स्कोर का सामान्यीकरण नहीं किया जायेगा। नॉर्मलाइजेशन एक छात्र के स्कोर को रिवाइज्ड करने की एक प्रक्रिया है ताकि यह दूसरे छात्र के स्कोर के तुलनात्मक बन जाए. यह तब जरूरी हो जाता है जब एक ही विषय की परीक्षा कई सत्रों में आयोजित की जाती है, जिनमें से प्रत्येक में एक अलग प्रश्नपत्र होता है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी उम्मीदवारों को समान अवसर मिले, भले ही वे परीक्षा के अलग-अलग शिफ्ट में या विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर उपस्थित हुए हो। अब यह प्रक्रिया कितना कारगर साबित होने वाली है इसका पता तो रिजल्ट के बाद ही पता चल पायेगा।
बीएससी एग्रीकल्चर में करियर कैसे बनाये? क्लिक करें और जाने।
क्यों हटाया गया नॉर्मलाइजेशन सिस्टम?
2024 से पहले आयोजित हुई सीयूईटी परीक्षा छात्रों को अधिकतम केंद्र उपलब्ध कराने के प्रयास में, एक ही प्रश्नपत्र के लिए दो या तीन दिनों तक परीक्षा आयोजित करनी पड़ती थी अब इस साल से परीक्षा ओएमआर मोड में आयोजित हो रही है। स्कूलों और कॉलेजों में परीक्षा केंद्र होने के कारण बड़ी संख्या में केंद्र उपलब्ध हैं इससे पूरे देश में एक ही दिन परीक्षा आयोजित की गई है। देशभर की किसी भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए एनटीए सीयूईटी यूजी परीक्षा पास करना जरूरी है. ज्यादातर स्टेट, प्राइवेट और डीम्ड टु बी यूनिवर्सिटी में भी सीयूईटी यूजी परीक्षा स्कोर के जरिए एडमिशन मिलता है।
नॉर्मलाइजेशन का फैसला सही या गलत ?
कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) यूजी 2024 में अब मूल्यांकन की प्रक्रिया सामान्य नहीं होगी। इस वर्ष इसे समाप्त किया जा रहा है क्योंकि दोनों परीक्षाओं में प्रत्येक विषय के लिए एक ही पाली होगी। इससे पहले, उम्मीदवार को परीक्षा केंद्र की पहली पसंद देने के लिए एक ही विषय की परीक्षा दो से तीन दिनों में आयोजित करनी पड़ती थी। उम्मीदवारों के परीक्षण के लिए सामान्यीकरण की आवश्यकता को हटा दिया गया है। कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) मोड में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए परीक्षा आयोजित करने के पिछले पैटर्न से हटकर, 2024 में सीयूईटी यूजी परीक्षा हाइब्रिड मोड में आयोजित हुई है।
सामान्यीकरण प्रक्रिया में, चूंकि एक ही पेपर की कई पालियों में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों का समान वितरण होना महत्वपूर्ण है। हाइब्रिड मोड में परीक्षा आयोजित करने से इन लॉजिस्टिक मुद्दों को दूर करना आसान हो गया है।
वैज्ञानिक सांख्यिकीय तकनीकों का उपयोग करते हुए, सामान्यीकरण का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि परीक्षा के विभिन्न कठिनाई स्तरों को ध्यान में रखते हुए, अंतिम परिणाम छात्रों के प्रदर्शन को सटीक रूप से दर्शाते हैं। सामान्यीकरण का उपयोग विभिन्न सत्रों में स्कोर को एक सामान्य मानक पर स्केल करने के लिए किया जाता है, ताकि स्कोर में समानता हासिल की जा सके।