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12 के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण सुचना। क्लास 9 वीं से 11 वीं तक के मार्क्स जोड़ने की सिफ़ारिश

परफॉरमेंस असेसमेंट रिव्यू एंड एनालिसिस ऑफ नॉलेज फॉर होलिस्टिक डेवलपमेंट ‘परख’ ने सिफारिश की है कि 12वीं क्लास के फाइनल रिजल्ट में उस विद्यार्थी के 9, 10 और 11वीं के प्रदर्शन को भी जोड़ा जाए, जो उसने परीक्षा और असाइनमेंट के आधार पर अर्जित किया है । परख एक राष्ट्रीय मूल्यांकन नियामक है, जिसका अर्थ है “प्रदर्शन मूल्यांकन, समीक्षा एवं समग्र विकास के लिये ज्ञान का विश्लेषण”.

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परख को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के कार्यान्वयन के एक भाग के रूप में लागू किया गया है । यह एनसीइआरटी के एक हिस्से के रूप में कार्य करेगा । इसे “नेशनल अचीवमेंट सर्वे” (NAS) और “स्टेट अचीवमेंट सर्वे” (SAS) जैसे परीक्षण आयोजित करने का भी काम सौंपा जाएगा । इसका तीन प्रमुख कार्य व्यापक मूल्यांकन, स्कूल- आधारित मूल्यांकन तथा परीक्षा सुधार है । इसका मुख्य उद्देश्य देश भर में स्कूल बोर्डों में मूल्यांकन को मानकीकृत करना है ।

परख की ओर से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को यह सुझाव दिया गया है कि क्लास 9, 10 और 11वीं के नंबरों को 12वीं क्लास की रिपोर्ट कार्ड में जोड़ा जाए, और उसके आधार पर ही 12वीं का फाइनल रिजल्ट तैयार किया जाए ।परख की यह रिपोर्ट सभी स्कूल बोर्डों में मूल्यांकन पद्धति को एक समान बनाने की बात करती है।

परख की ओर से एक प्रमुख सिफारिश यह है कि किसी छात्र का क्लास 12 का जो फाइनल रिपोर्ट कार्ड होगा, उसमें क्लास 9 के लिए 15 फीसद, 10 के लिए 20 फीसद, 11 के लिए 25 फीसद और क्लास 12 के लिए 40 फीसद का वेटेज होगा ।परख की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि छात्रों का यह मूल्यांकन फॉर्मेटिव और समेटिव, इन दोनों तरह के आकलनों का संयोजन होगा। जहां फॉर्मेटिव (रचनात्मक आकलन) से अर्थ है – समूह परिचर्चा, प्रोजेक्ट्स और विभिन्न असाइनमेंट के जरिए किसी छात्र का लगातार वर्ग मूल्यांकन. वहीं समेटिव से तात्पर्य है – छात्र सत्र के अंत में परीक्षा के माध्यम से अंक जुटाते हैं ।

रिपोर्ट के मुताबिक, क्लास 9 में फाइनल स्कोर का 70 फीसद फॉर्मेटिव असेसमेंट से, जबकि बाकी 30 फीसद समेटिव असेसमेंट से निर्धारित किया जाएगा। इसी तरह क्लास 10 में अंतिम स्कोर 50 फीसद फॉर्मेटिव से, जबकि 50 फीसद समेटिव असेसमेंट पर आधारित होगा। क्लास 11 में फॉर्मेटिंग का वेटेज कम होकर 40 फीसद रहेगा, जबकि समेटिव 60 फीसद होगा. क्लास 12 में फॉर्मेटिव असेसमेंट का वेटेज और घटेगा, और यह 30 फीसद रह जाएगा, जबकि फाइनल स्कोर का 70 फीसद अंक समेटिव असेसमेंट पर आधारित होगा । परख की इस सिफारिश को फीडबैक के लिए सभी स्कूल बोर्ड के साथ साझा किया जाना है ।

12वीं के बाद BMLT देगा कॅरियर को नयी उड़ान

कई राज्यों ने परख की रिपोर्ट पर एक नया नजरिया पेश करते हुए कहा है कि क्लास 9, 10 और 11 के प्रदर्शन को क्लास 12 के फाइनल रिपोर्ट कार्ड में शामिल करने के बजाय, क्लास 9 के स्कोर का 40 फीसद

और क्लास 10 के स्कोर का 60 फीसद क्लास 10 के फाइनल स्कोर में जोड़ा जाए। इसी तरह, क्लास 11 के स्कोर का 40 फीसद और क्लास 12 के स्कोर का 60 फीसद क्लास 12वीं के अंतिम स्कोर में शामिल किया जाए । परख इस साल अगस्त में अब अन्य स्कूल बोर्डों के साथ चर्चा करेगा. अगर इन सभी स्कूल बोर्डों की सहमति बनती है तो इसे जल्द ही लागू किया जा सकता है ।

परख की सीईओ प्रोफेसर इंद्राणी भादुड़ी की माने तो परख बोर्ड के नतीजों की समानता पर काम कर रहा है, जिसका तात्पर्य है हॉलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड या समग्र प्रगति कार्ड( HPC) को बोर्ड के नतीजों के साथ मिलाने की योजना। इससे छात्रों पर शैक्षणिक तनाव कम करने में मदद मिलेगी और छात्रों में परीक्षा के प्रति भय की भावना भी दूर होगी, खासकर दसवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को।