रांची होटल इंडस्ट्री का महत्वपूर्ण केंद्र बनकर उभरा है
रांची कोर कैपिटल में टाटा समूह की ओर से विश्व स्तरीय सुविधाओं वाले पांच सितारा ‘ताज होटल’ का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने द टाटा इंटरप्राइजेज की अनुषंगी इकाई ‘द इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड’ को 6 एकड़ जमीन आवंटित की है। रांची स्मार्ट सिटी में बनने वाले इस होटल में लग्जरी सुविधाओं के साथ 200 कमरे, बैंक्वेट और कॉन्फ्रेंस हॉल सहित अन्य आवश्यक संरचनाएं होंगी।
इधर रेडिसन ग्रुप ने भी झारखंड में अपनी रूचि बढ़ाते हुए रेडिसन रांची के बाद धनबाद में मेहमानों के लिए रेडिसन इंडिविजुअल्स के सदस्य ग्रैंड मिराज धनबाद को खोला है। जल्द ही बाबा नगरी देवघर में भी रेडिसन अपना लग्जरी होटल खोलेगा। वहीं मैरियट इंटरनेशनल इंक ने घोषणा की है कि उसने झारखंड और पश्चिम बंगाल, भारत में पाँच नए होटल लाने के लिए बीके ग्रुप के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
झारखंड में 5 खुलने वाले 5 स्टार होटलों में से 3 होटल रांची में खुलेंगे। यह सभी होटल झारखंड आने वाले यात्रियों को विश्व स्तर की सेवाएं उपलब्ध कराएंगे। हॉस्पिटैलिटी और होटल इंडस्ट्री का झारखंड में निवेश की रूचि स्पष्ट करती है की झारखंड और खासकर रांची के प्रति पर्यटकों का रुझान बढ़ा है।
आतिथ्य उद्योग भारत में एक विकासशील और तेजी से बढ़ता हुआ बाजार है, और इसका देश की अर्थव्यवस्था और पर्यटन के स्तर पर एक शक्तिशाली सकारात्मक प्रभाव है। अपनी संस्कृति, विरासत और प्राकृतिक परिदृश्य की विविधता के लिए प्रसिद्ध, भारत हर साल लाखों भारतीय और विदेशी यात्रियों को आकर्षित करता है, जिससे होटल आतिथ्य सेवाओं का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाते हैं।
भारत में आतिथ्य उद्योग का बाजार 2029 तक 31.01 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। भारतीय होटल उद्योग तेजी से विकास की कगार पर है, अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025 में राजस्व में 7-9% की वृद्धि होगी।
भारतीय होटल बाजार पर्याप्त विकास संभावनाओं की पहचान कर रहा है, जिसका लक्ष्य प्रमुख शहरी क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति को व्यापक बनाना और प्रसिद्ध ब्रांडों में गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करना है। यह विस्तार मजबूत कॉर्पोरेट प्रदर्शन, देश भर में बेहतर हवाई यात्रा कनेक्टिविटी और घरेलू अवकाश यात्रा के लिए बढ़ती प्राथमिकता से प्रेरित है।
झारखंड में पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र लगातार बढ़ रहा है और इसके साथ ही होटल उद्योग के विकास में मांग भी बढ़ रही है। झारखण्ड पूर्वी भारत का एक लोकप्रिय ट्रेवल डेस्टिनेशन है और इस तरह होटल प्रबंधन का दायरा पहले की तुलना में छात्रों के लिए अधिक स्पष्ट और अधिक फायदेमंद हो गया है। विकास का यह क्षेत्र स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन को भी बढ़ावा देगा।
होटल मैनेजमेंट क्या है ?
जैसे-जैसे होटल उद्योग लगातार बढ़ रहा है, वैसे-वैसे होटल प्रबंधन पेशेवरों की भी आवश्यकता बढ़ रही है। भारत में हर साल पर्यटन बढ़ने के साथ, पेशेवरों की मांग बढ़ना तय है, जिससे इस कोर्स को करने वाले छात्रों को प्रसिद्ध कंपनियों में प्लेसमेंट का एक बड़ा मौका मिलेगा। हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में जाने का इच्छुक व्यक्ति होटल मैनेजमेंट को स्नातक डिग्री के रूप में चुन सकता है। इस फील्ड में ग्लैमर और लग्जरी के कारण, हर साल अधिक से अधिक छात्र इस नौकरी की ओर आकर्षित होते हैं।
बैचलर इन होटल मैनेजमेंट कोर्स कैसे करें ?
होटल प्रबंधन पाठ्यक्रम आपको होटल या हॉस्पिटैलिटी सर्विस के विभिन्न पहलुओं जैसे सेल्स एंड मार्केटिंग, फूड एंड बेवरेज, फ्रंट ऑफिस, अकाउंटिंग, फूड प्रोडक्शन, हाउसकीपिंग और कई किचन स्किल को कवर करने में मदद करेगा। भारत में कई सरकारी और निजी कॉलेज होटल मैनेजमेंट में डिग्री और डिप्लोमा कोर्स कराते हैं, जो बहुत सारे छात्रों के लिए एक आकर्षक और रोमांचक पाठ्यक्रम बन गया है। होटल मैनेजमेंट के डिग्री या डिप्लोमा कोर्स को चुनने के लिए आवश्यक न्यूनतम योग्यता किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल या संस्थान से कक्षा 10+2 उत्तीर्ण है। होटल प्रबंधन के किसी भी विशिष्ट क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए आप 12 वीं कक्षा पास करने के बाद सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं।
12वीं के बाद बैचलर इन होटल मैनेजमेंट क्यों करें ?
दुनियाभर में होटल मैनेजमेंट इंडस्ट्री का तेजी से विकास हो रहा है। जिस गति से इस क्षेत्र में विकास हो रहा है उसी गति से योग्य एवं पेशेवरों की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। पिछले कुछ वर्षों में इस क्षेत्र में रोजगार के मामले में उछाल देखने को मिला है जो आगे भी जारी रहने वाला है। अगर आप भी 12वीं के बाद कोई ऐसा प्रोफेशनल कोर्स करना चाहते हैं, जिसको करने के बाद आपको तुरंत ही बेहतर रोजगार के मौके उपलब्ध हों, तो ऐसे में आप होटल मैनेजमेंट के क्षेत्र में कदम रख सकते हैं। इनमें बैचलर ऑफ़ होटल मैनेजमेंट (BHM) सबसे लोकप्रिय कोर्स है।
बैचलर ऑफ़ होटल मैनेजमेंट (BHM) एक चार साल का स्नातक कोर्स है। यह कोर्स होटल प्रबंधन के कई क्षेत्रों में जानकारी देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें लॉजिंग ऑपरेशन, पेय पदार्थ तैयार करना, कॉर्पोरेट वित्त, और फ्रंट ऑफिस ऑपरेशन जैसे विषय शामिल हैं। इस कोर्स के ज़रिए छात्रों को आतिथ्य और पर्यटन के सभी पहलुओं में जानकारी मिलती है।
BHM के बाद रोजगार के अवसर :
बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट की डिग्री के बाद, आतिथ्य उद्योग में अनेक रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। आप होटल मैनेजर, फ्रंट ऑफिस एग्जीक्यूटिव, रेस्टोरेंट मैनेजर, इवेंट मैनेजर, या शेफ के रूप में काम कर सकते हैं. इसके अलावा, आप फूड और बेवरेज मैनेजमेंट, हाउसकीपिंग, या बिक्री और विपणन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भी काम कर सकते हैं।
होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के बाद आपको संभावित तौर पर नियुक्ति मिलती है :
- मेनेजर ऑफ़ होटल
- किचेन मेनेजर
- इवेंट मेनेजर
- फ्रंट ऑफिस मेनेजर
- बैंक्वेट मेनेजर
- शेफ
- डायरेक्टर ऑफ़ होटल ऑपरेशन
- फ्लोर सुपरवाइजर
- हाउस कीपिंग मेनेजर
- गेस्ट सर्विस
होटल मैनेजमेंट एक प्रोफेशनल कोर्स है। इस कोर्स के अपने कुछ नियम हैं और कोर्स के लिए अलग-अलग प्रकार की योग्यताएं भी मांगी जाती है। बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट एक ऐसा कोर्स है, जो कुल 4 साल का होता है और यह अंडर ग्रेजुएट कोर्स की श्रेणी में आता है अर्थात 12वीं पास व्यक्ति इस कोर्स में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं।
यह कोर्स टोटल 8 सेमेस्टर में विभाजित होता है और इसमें हर सेमेस्टर में विद्यार्थियों को थ्योरेटिकल और प्रैक्टिकल सब्जेक्ट की स्टडी करवाई जाती है। नीचे हमने आपको उन सब्जेक्ट के नाम दिए हैं, जो होटल मैनेजमेंट के बैचलर प्रोग्राम में आपको पढाए जाते हैं।
होटल मैनेजमेंट के क्षेत्र में एंट्री करने के लिए आपके अंदर कुछ आवश्यक कौशल भी होने चाहिए, जो नीचे बताए गए हैं :
- अच्छी बातचीत की कला।
- अच्छी पर्सनालिटी।
- क्रिएटिव होना चाहिए।
- ग्राहक का सम्मान करना आना चाहिए।
- अनुशासन में रहना चाहिए।
- अच्छा श्रोता वाला होना चाहिए।
- भरपूर आत्मविश्वास होना चाहिए।
- समय का पाबंद होना चाहिए।
- जिम्मेदारी लेने वाला होना चाहिए।