bcom full form

बीकॉम फुल फॉर्म

(BCom full form & salary)

B.Com का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ कॉमर्स है। यह एक स्नातक (अंडरग्रेजुएट) डिग्री कोर्स है, जो वाणिज्य (कॉमर्स) और व्यवसाय (बिज़नेस) के क्षेत्रों पर आधारित है।

B.Com STRIP

B.Com करने के क्या फायदे हैं?

बीकॉम करने के बाद आपके करियर के अवसर ज्यादा होते हैं|
कॉमर्स और बिज़नेस का यह एक मजबूत आधार है: इसमें अकाउंटिंग, फाइनेंस, टैक्सेशन, इकोनॉमिक्स और मैनेजमेंट का ज्ञान मिलता है।

बीकॉम कितने प्रकार के होते हैं?

B.Com (जनरल): सामान्य वाणिज्यिक विषयों का अध्ययन।
B.Com (ऑनर्स): किसी विशेष क्षेत्र (जैसे अकाउंटिंग, फाइनेंस) में विशेषज्ञता।
B.Com (प्रोफेशनल): व्यावसायिक और प्रोफेशनल कोर्स के साथ।

बीकॉम के बाद करियर के अवसर क्या हैं?

अकाउंटिंग और फाइनेंस से जुड़े करियर के लिए मददगार।
प्रोफेशनल कोर्स जैसे CA (चार्टर्ड अकाउंटेंसी), CS (कंपनी सेक्रेटरी), और CMA (कॉस्ट मैनेजमेंट अकाउंटिंग) के लिए आधार बनाता है।

सरकारी नौकरियों में लाभ: बैंक, SSC, रेलवे, और सिविल सर्विसेज की परीक्षाओं के लिए उपयोगी है।

उच्च शिक्षा के लिए आधार: MBA, M.Com, और लॉ जैसे कोर्स में एडमिशन के लिए यह फायदेमंद है।

स्वयं का व्यवसाय (एंटरप्रेन्योरशिप): बिज़नेस शुरू करने के लिए वित्तीय और प्रबंधकीय ज्ञान प्रदान करता है।

बीकॉम के बाद नौकरी के अवसर:

अकाउंटेंट, फाइनेंशियल एनालिस्ट, टैक्स कंसल्टेंट, ऑडिटर और बिज़नेस कंसल्टेंट जैसे पदों पर कार्य कर सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय अवसर: विदेशों में पढ़ाई या नौकरी करने के लिए यह डिग्री मददगार साबित होती है।

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B.Com के बाद सैलरी आपकी योग्यता (skills), कॉलेज की प्रतिष्ठा, और जिस क्षेत्र (field) में आप नौकरी करते हैं, उस पर निर्भर करती है। औसतन, B.Com के बाद शुरुआती सैलरी 15,000 से 25,000 रुपये प्रति माह तक हो सकती है।

बीकॉम के बाद विभिन्न जॉब प्रोफाइल के अनुसार सैलरी:

अकाउंटेंट: ₹15,000 – ₹30,000 प्रति माह
टैक्स कंसल्टेंट: ₹20,000 – ₹40,000 प्रति माह
फाइनेंशियल एनालिस्ट: ₹25,000 – ₹50,000 प्रति माह
ऑडिटर: ₹20,000 – ₹40,000 प्रति माह
बैंक जॉब (PO/Clerk): ₹20,000 – ₹35,000 प्रति माह
डेटा एनालिस्ट: ₹25,000 – ₹50,000 प्रति माह
सैलरी बढ़ने के अवसर:
अनुभव और कौशल बढ़ने के साथ सैलरी भी बढ़ती है।

बी.कॉम स्नातकों के लिए वित्तीय क्षेत्र की नौकरियों और अपेक्षित वेतन –

वित्तीय विश्लेषक – बाजार के रुझान, वित्तीय विवरण और निवेश के अवसरों का विश्लेषण करें। औसत वेतन: ₹4-8 Lakh Per Annum (LPA)

कर सलाहकार – व्यक्तियों या व्यवसायों के लिए कर अनुपालन और योजना पर सलाह। औसत वेतन: ₹3-6 LPA

शेयर बाजार विश्लेषक – निवेश रणनीतियों की सिफारिश करने के लिए शेयर बाजार के प्रदर्शन का मूल्यांकन करें। औसत वेतन: ₹4-8 LPA

बीमा सलाहकार – जीवन, स्वास्थ्य या सामान्य बीमा पॉलिसी बेचें और प्रबंधित करें। औसत वेतन: ₹3-5 LPA

जोखिम प्रबंधन सहयोगी – व्यवसायों या बैंकों के लिए वित्तीय जोखिमों को पहचानें और प्रबंधित करें। औसत वेतन: ₹4-7 एलपीए6।

वेल्थ मैनेजमेंट एसोसिएट – धन योजना, निवेश प्रबंधन और वित्तीय विकास रणनीतियों के साथ ग्राहकों की सहायता करें। औसत वेतन: ₹5-9 LPA

B.Com1 के बाद बैंकिंग में सरकारी क्षेत्र की नौकरियाँ।

आरबीआई सहायक – भारतीय रिजर्व बैंक में प्रशासनिक सहायता भूमिका। औसत वेतन: ₹4-6 एलपीए2।

एसबीआई पीओ/आईबीपीएस पीओ – ​​भारतीय स्टेट बैंक या अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में परिवीक्षाधीन अधिकारी पद। औसत वेतन: ₹5-8 LPA।

नाबार्ड अधिकारी – ग्रामीण और कृषि बैंकिंग विकास में कार्य। औसत वेतन: ₹6-10 एलपीए4।

सेबी सहायक प्रबंधक – भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के लिए वित्तीय और प्रतिभूति नियमों का प्रबंधन करें। औसत वेतन: ₹7-12 एलपीए

बीकॉम में कौन से subjects (विषय) हैं? – यहां पढ़ें

12वीं के बाद B.Com कर सकते हैं?

हां, आप 12वीं के बाद B.Com कर सकते हैं। इसके लिए सामान्य पात्रता (एलीजिबिलिटी) यह होती है:

कॉमर्स स्ट्रीम के छात्र – कॉमर्स से 12वीं पास छात्रों के लिए यह कोर्स सबसे लोकप्रिय विकल्प है।
दूसरे स्ट्रीम के छात्र – साइंस और आर्ट्स के छात्र भी B.Com कर सकते हैं, यदि उन्होंने 12वीं में गणित (मैथ्स) या अर्थशास्त्र (इकोनॉमिक्स) पढ़ा हो।
न्यूनतम अंक (मिनिमम मार्क्स)  -अधिकतर विश्वविद्यालयों में 50-60% अंक आवश्यक होते हैं। हालांकि, यह कॉलेज के अनुसार बदल सकता है।