झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी से एमसीए करने वाले मयंक और विकास इंफोसिस में चयनित

भारत की टॉप 4 आईटी कंपनियों ने 2021-22 के लिए अपने हायरिंग टारगेट को दोगुना कर 1.6 लाख फ्रेशर्स प्रतिवर्ष कर दिया है। इन चार कंपनियों (TCS/Infosys/Wipro/HCLTech.) ने FY21 में 82,000 फ्रेशर्स को हायर किया था। रिसर्च फर्म गार्टनर का कहना है कि अब अगले तीन सालों में इसके 9% से अधिक बढ़ने की उम्मीद है।

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कोरोना महामारी की वजह से दुनिया भर की कंपनियों में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में तेजी देखी जा रही है। B. Tech Computer Science Engineering – Jharkhand Rai University (jru.edu.in) टेक्नोलॉजी अब केवल कॉस्ट-एफिशिएंसी को ड्राइव करने के लिए जरूरी नहीं रही गई है, बल्कि बिजनेस को ड्राइव करने के लिए भी जरूरी बन गई है। स्किल की बढ़ती डिमांड बढ़ ने साइबर सिक्योरिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस/मशीन लर्निंग जैसे स्किल की डिमांड को बढ़ा दिया है।

हजारीबाग के रहने वाले मयंक मौर्य का चयन इनफ़ोसिस में सिस्टम इंजीनियर के पद पर हुआ है। मयंक ने झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी रांची Jharkhand Rai University (JRU), Ranchi से एमसीए की पढ़ाई किया है। डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और स्किल की बढ़ती डिमांड ने मयंक जैसे फ्रेशर्स को प्लेटफॉर्म देने का कार्य किया है।

अपनी चयन को लेकर मयंक का कहना है ‘आईटी कंपनियां क्वालिटी टैलेंट को बनाए रखने के लिए स्किल्ड फ्रेशर्स को मौका देने से नहीं चुकती है। मेरा चयन इनफ़ोसिस जैसी प्रतिष्ठित कंपनी में सिस्टम इंजीनियर के पद पर हुआ है। एमसीए Master of Computer Application (MCA) – Jharkhand Rai University (jru.edu.in) करते हुए मैंने लाइव प्रोजेक्ट और इंटर्नशिप को काफी इम्पोटेंस दिया और हमेशा अपने मेंटर के संपर्क में रहा। ‘

मयंक की तरह ही झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी से एमसीए करने वाले विकास कुमार का भी चयन इनफ़ोसिस में हुआ है। वह मूलतः बिहार के रोहतास के रहने वाले है। विकास के अनुसार “एमसीए करने के दौरान मुझे Computer Laboratory – Jharkhand Rai University (JRU), Ranchi साइबर सिक्योरिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस/मशीन लर्निंग के बारे में काफी कुछ सिखने को मिला। मैंने इंटर्नशिप के अलावा डेटा साइंस के एक प्रोजेकट से जुड़कर काम करने का अनुभव भी हासिल किया। इसका लाभ मुझे ऑफ कैंपस प्लेसमेंट में मिला।“