मानव संसाधन विकास मंत्रालय ( उच्च शिक्षा विभाग ) भारत सरकार से संचालित बोर्ड ऑफ़ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग, बीओपीटी (पूर्वी क्षेत्र), एवं झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी, रांची के सौजन्य दो दिवसीय जॉब मेला सह अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग(27 और 28 फ़रवरी) का गुरुवार को विधिवत उद्घाटन किया गया। मेले का उद्देश्य फ्रेश ग्रेजुएट्स और डिप्लोमा होल्डर्स को अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग से जोड़कर रोजगार उपलब्ध करवाना है। जॉब मेला के पहले दिन ऑनलाइन माध्यम से 2500 रजिस्ट्रेशन किये जा चुके है । जबकि 50 कंपनियों के प्रतिनिधि उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। मेले का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर सेल की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, एचआरडी कामाक्षी रमण, अतिथि जीएम एचआरडी सीसीएल सुनील कुमार सिंह, जीएम एचआरडी सीएमपीडीआई अलोक कुमार और एचइसी के पूर्व सीएमडी अभिजीत घोष उपस्थित थे।
झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी की वाइसचांलर डॉ. सविता सेंगर ने स्वागत भाषण में कहा की ” बीओपीटी के सहयोग से आयोजित होने वाला यह चौथा जॉब मेला है। फ्रेश ग्रेजुएट्स को अप्रेंटिशिप और जॉब से जोड़ने के लिए यूनिवर्सिटी ने यह प्रयास शुरू किया है जिसका परिणाम है आज 50 से ज्यादा कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित हुए है। जबकि 2500 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है। डॉ. सेंगर ने जानकारी देते हुए बताया की इस मेले में कुल 750 रिक्तियाँ है जो कंपनियों से प्राप्त हुए है। सभी को इस जॉब मेले में रोजगार नहीं मिल सकता लेकिन इससे निराश होने की जरुरत नहीं यह तो शुरुवात है। जीवन में सफल होने के लिए गोल सेट करें और कड़ी मेहनत करें। सफलता का कोई शार्ट कट नहीं होता। उन्होंने उपस्थित स्टूडेंट को संबोधित करते हुए कहा केवल मेहनत नहीं बल्कि स्मार्ट तरीके से मेहनत करके अपने गोल को प्राप्त करने की कोशिश करें। डॉ. सेंगर ने मेले में आये स्टूडेंट्स को उज्व्वल भविष्य की शुभकामनायें दीं और कंपनियों के प्रतिनिधयों का आभार प्रकट किया।
मुख्य अतिथि कामाक्षी रमण ने अपने सम्बोधन में कहा की ” बीओपीटी रांची में पिछले चार वर्षो से जॉब मेला आयोजित कर रही है, इसी तरह के और प्रयासों की जरुरत है। उन्होंने कहा की पिछले कुछ वर्षो के दौरान देश में जॉब प्राप्त करने और देने के तरीके में बदलाव देखा गया है। कॉर्पोरेट और कंपनी को स्किल्ड युवा चाहिए जो उनके डिमांड को पूरा कर सकें आज सिर्फ डिप्लोमा और डिग्री हासिल कर लेना जॉब की गारंटी नहीं है। सोशल स्किल्स भी महत्वपूर्ण है। आज रोजगार को लेकर पुरानी मान्यताएं बदल गयी है । युवा खुद को और ज्यादा निखारें इसमें ऑनलाइन और मूक्स कोर्सेस सहायक साबित होगीं।“
जीएम एचआरडी सीसीएल सुनील कुमार सिंह ने जॉब मेला में शामिल होने वाली सभी कंपनियों और प्रतिनिधियों को धन्यवाद् देते हुए कहा की “आज के समय प्रतिस्पर्धा बहुत बढ़ गयी है और चयन के मापदंड भी बदल गए है। जॉब प्राप्त करने के लिए दूसरों से बेहतर साबित होना होगा। “
जीएम एचआरडी सीएमपीडीआई अलोक कुमार ने कहा की ” सभी कंपनियों को अप्रेंटिशिप ट्रेनिंग को बढ़ावा देना चाहिए। सीएमपीडीआई अपनी भूमिका निभाते हुए फ्रेश ग्रजुएट को मौका देने का कार्य कर रहा है। मांग के अनुसार अभी भी अप्रेंटिशिप के लिए युवा नहीं मिल रहे है जरुरत है बेहतर तकनिकी ज्ञान और कौशल से लैस युवा जो मांग के अनुरूप सेवा दे सकेँ।
एचइसी के पूर्व सीएमडी अभिजीत घोष ने कहा की “अप्रेंटिशिप ट्रेनिंग का पहला साल बहुत महत्वपूर्ण होता है।“करियर के पहले पांच वर्ष सबसे उपयोगी और महत्वपूर्ण है जो आपको निखरने और सिखने का मौका देंगे। यही अनुभव आपको आगे ले जाने का कार्य करेंगे। अगर आज जॉब्स में कमी आयी है तो एक आम धारणा ये बनी है आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस और अन्य इसके कारण बने है ये बिलकुल गलता धारणा है। तकनीक के विकास से सबके लिए अवसर बढे है सबको अपने हुनर को निखार कर रोजगार प्राप्त करना होगा।“
कार्यक्रम के समापन अवसर पर झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. पीयूष रंजन ने जॉब मेला में आये कॉर्पोरेट प्रतिनिधियों और उपस्थित गणमान्य अतिथियों का धन्यवाद् ज्ञापन करते हुए कहा की ” उपस्थित कॉर्पोरेट संस्थानों के प्रतिनिधियों और बीओपीटी का सहयोग जॉब मेला को सफल बनाने में सहयोग मिलता रहा है। विश्वविद्यालय परिवार की तरफ से उपस्थित सभी अतिथियों का मैं पुनः धन्यवाद देता हूँ।