अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर झारखण्ड राय विश्वविद्यालय Jharkhand Rai University (JRU), Ranchi रांची के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने योगाभ्यास सत्र का आयोजन किया। इस अवसर पर मार्गदर्शन देने के लिए योग प्रशिक्षक जगदीश सिंह उपस्थित थे।
इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 की थीम ‘मानवता के लिए योग रखी गई है। यह थीम कोविड-19 के प्रभाव को देखते हुए चुनी गई है। योग का मूल सार सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखना या फिर दिमाग व शरीर के बीच संतुलन बनाना नहीं है, बल्कि दुनिया में मानवीय रिश्तों के बीच संतुलन बनाना भी है।
योग प्रशिक्षक जगदीश सिंह ने योगाभ्यास सत्र से पहले विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि ” हर साल 21 जून को योग दिवस मनाने के पीछे दो कारण मुख्य कारण है, जिसमें से पहला कारण यह है कि साल के इस दिन सूर्य की किरणें सबसे ज्यादा देर तक धरती पर रहती हैं। वहीं, दूसरा कारण पौराणिक है 21 जून को ग्रीष्म संक्राति को सूर्य दक्षिणायन हो जाता है और इसके बाद आने वाली पूर्णिमा को भगवान ने शिव ने अपने सात शिष्यों को पहली बार योग की दीक्षा दी थी। ”
योगाभ्यास के एक घंटे के सत्र के दौरान सूर्य नमस्कार और प्राणायाम से जुड़े आसनों का अभ्यास कराया गया ,जिसमें एनएसएस के सक्रिय स्वयंसेवक एवं विश्वविद्यालय के कर्मचारी और शिक्षक भी शामिल हुए। Community Services – Jharkhand Rai University (JRU), Ranchi
2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में भाषण देते हुए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था. जिसके बाद 11 दिसंबर 2014 को सिर्फ 3 महीने के अंदर बहुमत के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योग दिवस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया और 21 जून 2015 को पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया । योग दिवस की शुरुआत 2015 को हुई थी, जिसके बाद हर साल 21 जून को दुनियाभर में योग दिवस मनाया जाता है। https://www.jru.edu.in/blog-post/nss-national-integration-camp-2022/
योग भारत की 5,000 वर्ष प्राचीन परंपरा है जो शरीर तथा मन की समरसता को प्राप्त करने के लिए शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक गतिविधियों को जोड़ती है। योग’ शब्द संस्कृत से लिया गया है एवं इसका अर्थ -शरीर तथा चेतना का एकीकृत होना है।