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झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी के आईआईसी सेल को मिला 3.5 स्टार रैंकिंग

झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन कौंसिल को वर्ष भर शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार कार्यक्रम आयोजित करने, नवाचार और उद्यम (स्टार्टअप) आधारित कार्यों से जुड़ी गतिविधियों को करने के लिए वर्ष 2021-22 के लिए 3.5 स्टार रैंकिंग प्रदान की गयी है।आईआईसी सेल ने स्टार रैंकिंग के साथ 79.88 का स्कोर प्राप्त किया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का इनोवेशन सेल देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में एआईसिटीइ के माध्यम से नवाचार और स्टार्टअप की संस्कृति को व्यवस्थित रूप से बढ़ावा देने के लिए इनोवेशन कौंसिल को स्थापित किया है। कौंसिल की मुख्य भूमिका बड़ी संख्या में संकाय सदस्य, छात्रों और कर्मचारियों को नवाचार और उद्यमिता से संबंधित गतिविधियों में संलग्न करना है। यह कार्यक्रम उच्च शिक्षण संस्थानों में मौजूदा चुनौतियों/मुद्दों सामयिक और अनियोजित नवाचार को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है।

झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी आईआईसी के बारे में जानकारी के लिए क्लिक करें:
https://www.jru.edu.in/iic/

झारखंड राय विश्वविद्यालय, रांची में स्थापित नवाचार परिषद ,इंस्टीट्यूशन इनोवेशन कौंसिल (IIC) विद्यार्थियों को नए विचारों के साथ काम करने और इन विचारों को प्रोटोटाइप में बदलने के लिए प्रोत्साहित करने, प्रेरित करने और विचारों को पोषण करने में सहायता करता है।

झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी आईआईसी सेल को सोशल मीडिया पर फॉलो करें:
https://www.facebook.com/JRU-Innovation-Cell-112831420185862

आईआईसी स्थापना का मुख्य उद्देश्य:

  • एक जीवंत स्थानीय नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र बनाना।
  • उच्च संस्थानों में स्टार्ट-अप सपोर्टिंग मैकेनिज्म स्थापित करना।
  • नवाचार उपलब्धियों के साथ संस्थान अटल रैंकिंग के लिए खुद को तैयार करें।
  • विचारों की खोज और नए विचारों के स्थापना के लिए कार्य पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित
    करना।
  • छात्रों में बेहतर संज्ञानात्मक क्षमता का विकास करना।

आईआईसी सेल के मुख्य कार्य:

  • केंद्र द्वारा निर्धारित विभिन्न नवाचारों, आईपीआर और उद्यमिता संबंधित गतिविधियों को
    समय से संचालित करना।
  • नवाचारों की पहचान और उन्हें पुरस्कृत करते हुए सफलता की कहानियों को साझा करना ।
  • उद्यमियों, निवेशकों, पेशेवरों के साथ समय-समय पर कार्यशालाओं/सेमिनार/बातचीत का
    आयोजन करना। नवप्रवर्तन के लिए कार्य कर रहे छात्रों के लिए एक सलाहकार पूल बनाना ।
  • साथी उच्च शिक्षण संस्थानों और राष्ट्रीय उद्यमिता विकास संगठनों के साथ नेटवर्क निर्माण
    करना ।
  • विभिन्न संस्थान द्वारा किए गए अभिनव परियोजनाओं को उजागर करने के लिए संस्थान
    का नवाचार पोर्टल स्थापित करना।