शयन हाजरा एक प्रोफेशनल डिप्लोमा होल्डर फिजिओथेरेपिस्ट है। पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर जिले में अपनी प्रैक्टिस करते हुए उन्होंने कोविड 19 आपदा का दौर बेहद नजदीक से देखा है। कोविड मरीजों और ह्रदय के मरीजों को उपचार के लिए फिजिओथेरेपी करते समय उन्हें यह विचार आया की इस क्षेत्र में उच्च शिक्षा लेकर मरीजों का भला किया जा सकता है।
शयन के अनुसार ” कोविड के लॉक डाउन के कारण ज्यादा समय मुझे अपनी क्लिनिक और नर्सिंग होम में बिताना पड़ता था। नर्सिंग होम में ज्यादा पेसेंट कोविड पेसेंट होते थे। इसी दौरान मैंने फिजिओथेरेपी में उच्च शिक्षा लेने का मन बनाया और इंटरनेट की मदद से अच्छे कॉलेज को सर्च करने लगा। इस दौरान मुझे झारखण्ड राय यूनिवर्सिटी, रांची का पता चला जो रांची शहर में है और मेरे गृह जिले के पास भी है। मैंने तुरंत फ़ोन लगाकर इस कोर्स और इसके फी स्ट्रक्चर की जानकारी प्राप्त किया। आज मैं बैचलर ऑफ़ फिजिओथेरेपी स्टूडेंट के रूप में इस यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा हूँ। मेरा मानना है की इसके जरिये मुझे और ज्यादा इस फील्ड की जानकारी प्राप्त होगी और मुझे और ज्यादा लोगों की सेवा करने का मौका मिलेगा।“